खातों में 2016 से लेकर अब तक 205 करोड़ रुपये जमा हुए, पुलिस जांच में खुलासा
देहरादून। पुष्पांजलि बिल्डर के हाउसिंग प्रोजेक्ट में ग्राहकों से ठगी मामले में एक नए बिल्डर, फिल्म निर्माता और चार्टर्ड अकाउंटेंट का गठजोड़ सामने आ रहा है। पुलिस साक्ष्य जुटाने के बाद जल्द ही इनको आरोपी बनाएगी। इसके बाद ही इनके नामों का खुलासा होगा। उधर, बिल्डर के 41 खातों को फ्रीज कराया गया है, जिनमें 2016 से लेकर अब तक 205 करोड़ रुपये जमा हुए। यह रकम कैसे-कहां खर्च हुई, इसका ब्योरा जुटाया जा रहा।
पुष्पांजलि के मालिक दीपक मित्तल के खिलाफ वर्ष 2020 से अब तक कुल दस मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इनमें से नौ मुकदमे ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी और एक मामला गैंगस्टर से जुड़ा है। दो मामलों में दीपक के पिता अश्विनी मित्तल का नाम भी शामिल है। हाल में पुलिस ने स्पेशल टीम बनाई, जिसकी निगरानी सीओ अभिनय चौधरी कर रहे हैं। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जांच टीम ने आरोपी दीपक के पिता का नाम गैंगस्टर में शामिल किया। इसके बाद मंगलवार शाम आरोपी को हरिद्वार से पकड़ा गया था। आरोपी को पूछताछ के बाद बुधवार शाम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया। इस मामले में दीपक, उसकी पत्नी राखी एवं पार्टनर राजपाल वालिया फरार हैं। अश्विनी लोक निर्माण विभाग से बतौर अधीक्षण अभियंता वर्ष 2010 के आसपास रिटायर हुए थे।
अश्विनी ने बेटे दीपक की हिस्ट्रीशीट खुलने पर कानूनी तौर पर खुद को बचाने के लिए उसे बेदखल किया। हालांकि, इसके बावजूद उसके बच्चों के लिए रकम भिजवाते रहे। इतना ही नहीं, कोर्ट में दीपक के केस लड़ने के लिए पावर ऑफ अटॉर्नी भी अपने नाम कराई। पुलिस जांच जारी है।
एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया कि बिल्डर ने विभिन्न बैंकों में अपनी कंपनी के 41 खाते खुलवाए थे। इनको अब फ्रीज करवा दिया गया है। हाल ही में इन खातों में मामूली रकम जमा है, जिनमें तीन खाते एनआरआई शाखाओं में हैं। इन पर दीपक और राखी मित्तल ने दुबई के दो पते दर्ज कराए हैं।