हरिद्वार। खड़खड़ी क्षेत्र में स्थित होटल उदमन आर्चिड में पिछले पांच दिनों से खुद को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अध्यक्ष का निजी सचिव बताने वाला एक व्यक्ति ठहरा हुआ था। होटल में शानदार सुविधाओं का लाभ उठाने के साथ-साथ वह लोगों को बुलाकर फर्जी मीटिंग भी कर रहा था।
होटल संचालक को हुआ शक, पुलिस को दी सूचना
05 मार्च 2025 से होटल में ठहरे इस संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधियों को देखकर होटल रिसेप्शनिस्ट विशाल पोखरियाल को संदेह हुआ। उसने पुलिस से संपर्क कर पूरी जानकारी दी, जिसके बाद कोतवाली नगर हरिद्वार पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, आरोपी गिरफ्तार
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने टीम गठित कर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस टीम ने 10 मार्च 2025 को होटल उदमन आर्चिड में छापेमारी कर आरोपी अमरिंदर सिंह को हिरासत में ले लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से BCCI का फर्जी आईडी कार्ड भी बरामद हुआ।
फर्जी आईडी के साथ धोखाधड़ी, पुलिस ने बढ़ाई धाराएं
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आगे बढ़ाई। शुरू में धारा 319(2) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन बरामद फर्जी आईडी और अन्य तथ्यों को देखते हुए पुलिस ने धारा 336(2), 338, और 340(2) बीएनएस को भी जोड़ दिया।
पुलिस कर रही आरोपी के आपराधिक इतिहास की जांच
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी पहले भी इस तरह की धोखाधड़ी में लिप्त रहा है या नहीं। जांच में सामने आया है कि आरोपी पंजाब के फिरोजपुर जिले का रहने वाला है। पुलिस को संदेह है कि उसने इसी तरीके से अन्य जगहों पर भी ठगी की हो सकती है।
आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा
पुलिस ने आरोपी अमरिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और उसे नियमानुसार माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा। इस मामले को लेकर शहर में चर्चा बनी हुई है और पुलिस की तत्परता की सराहना की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी का विवरण
• नाम: अमरिंदर सिंह
• पिता का नाम: किक्कर सिंह
• निवासी: नाजूशाह, थाना कुलगढ़ी, जिला फिरोजपुर, पंजाब
• उम्र: 35 वर्ष
पुलिस टीम जिसने की गिरफ्तारी
• व0उ0नि0 वीरेंद्र चंद रमोला
• उ0नि0 संजीत कंडारी
• अ0उ0नि0 दीपक ध्यानी
• कानि0 राकेश नेगी
• कानि0 राहुल धानिक
हरिद्वार पुलिस की इस तत्परता से एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया और एक शातिर ठग सलाखों के पीछे पहुंच गया।
