चकराता: चकराता के खनाड प्राथमिक विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापिका के बिना अनुमति के अनुपस्थित रहने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद जिला शिक्षाधिकारी प्राथमिक शिक्षा ने दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है।
क्या है मामला?
मंगलवार को जब ग्रामीण खनाड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो उन्हें कोई भी शिक्षक मौजूद नहीं मिला। बच्चे स्कूल में बेवजह इंतजार कर रहे थे। पता चला कि प्रभारी प्रधानाध्यापक रमेश चंद्र शर्मा और सहायक अध्यापिका रजनी बिना किसी सूचना के स्कूल से अनुपस्थित थीं। इतना ही नहीं, बाल विकास केंद्र आंगनबाड़ी में भी कार्यकर्ता अनुपस्थित थी।
ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की। खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) बुशरा खानम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षकों के निलंबन का आश्वासन दिया। बीईओ की रिपोर्ट के आधार पर जिला शिक्षाधिकारी प्राथमिक शिक्षा भवनेश्वर प्रसाद ने दोनों शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
क्यों हुई कार्रवाई?
शिक्षकों की अनुपस्थिति से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी और इससे ग्रामीणों में रोष था। शिक्षकों के इस कृत्य से शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लग रहा था। इसलिए जिला प्रशासन ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया।
क्या हैं इस घटना के मायने?
* शिक्षकों की जिम्मेदारी: यह घटना शिक्षकों की जिम्मेदारी और उनके कर्तव्यों के प्रति लापरवाही को उजागर करती है।
* शिक्षा व्यवस्था पर सवाल: इस घटना से शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त खामियों पर सवाल उठ रहे हैं।
* ग्रामीणों का रोष: ग्रामीणों का रोष इस बात का प्रमाण है कि वे शिक्षा के प्रति कितने गंभीर हैं।
आगे क्या होगा?
जिला प्रशासन इस मामले की गहनता से जांच कर रहा है। जांच के बाद दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, प्रशासन यह भी सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
चकराता: प्राथमिक विद्यालय में दो शिक्षकों को छुट्टी न मिली तो हो गए स्कूल से गायब, निलंबित
By
Posted on