नई दिल्ली
सीबीआई ने जीएसटी रिफंड घोटाले में बिहार-झारखंड के ठिकानों पर मारा छापा, फर्जी निर्यात दस्तावेज़ बनाकर किए करोड़ों के घोटाले का खुलासा
रांची: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा, पटना की टीम ने मंगलवार को बिहार और झारखंड में बड़े पैमाने पर जीएसटी रिफंड घोटाले के सिलसिले में कई ठिकानों पर छापेमारी की है। सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी फर्जी निर्यात दस्तावेज़ों के आधार पर किए जा रहे धोखाधड़ीपूर्ण जीएसटी रिफंड की जांच के तहत की जा रही है।
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी की टीमें एक साथ बिहार के सात और झारखंड के जमशेदपुर में एक स्थान पर पहुंचीं। इस दौरान दस्तावेजों की गहन जांच के साथ-साथ कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कंप्यूटर, हार्ड डिस्क और अन्य साक्ष्यों को जब्त किया गया है।
गौरतलब है कि यह मामला (केस संख्या RC0232025A0016) उन आरोपों पर आधारित है कि कुछ व्यक्तियों तथा संस्थाओं ने जाली निर्यात दस्तावेज तैयार कर अवैध रूप से जीएसटी रिफंड हासिल किया। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार इस घोटाले में सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये की चपत लगी है।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस घोटाले में शामिल आरोपियों का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है, और जांच में जुटी टीम इन सभी व्यक्तियों व संस्थाओं की पहचान करने में लगी हुई है। जांच में बैंकों में हुए लेनदेन, इनवॉयस, ई-वे बिल और अन्य संबंधित कागजात को बारीकी से परखा जा रहा है।
अभी तक किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन जांच एजेंसी जल्द ही इस मामले में कुछ संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर सकती है। अधिकारियों के अनुसार, जांच की प्रगति के साथ-साथ इस बड़े घोटाले में शामिल अन्य व्यक्तियों व कंपनियों के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आने की उम्मीद है।
सीबीआई की इस कार्रवाई से व्यापारियों में हड़कंप मच गया है, वहीं एजेंसी ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का संकेत दिया है।
