उत्तराखंड से विश्व को दिया पर्यावरणीय चेतना का संदेश
अल्मोड़ा। चिपको आंदोलन की रविवार को 50वीं वर्षगांठ मनाई गई। चिपको आंदोलन ने वनों एवं पर्यावरणीय चेतना का पूरे विश्व को संदेश दिया। उत्तराखण्ड को भी इस आंदोलन ने विश्व पटल पर एक नई पहचान दिलाई। वनों के प्रति पहाड़वासियों के अगाध प्रेम के लिए भी चिपको आंदोलन जाना जाता है। आज ही के दिन रैणी की महिलाओं ने पेड़ों से लिपटकर जंगलो की रक्षा करने का प्रण किया था।
उत्तराखण्ड के प्रख्यात जनआंदोलनकारी रहे शमशेर बिष्ट, पी. सी. तिवारी, खड़क सिंह खनी, बसंत खनी, रमेश जोशी आदि ने भी चिपको आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई।
चिपको आंदोलन की 60वीं वर्षगांठ मनाई
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