हल्द्वानी: गौला नदी में इस वर्ष खनन का लक्ष्य 39.54 लाख घन मीटर निर्धारित किया गया है। वन निगम को इस लक्ष्य को अगले चार महीनों में पूरा करना है। हालांकि, वाहनों की संख्या कम होने के कारण लक्ष्य पूरा करने में चुनौतियां आ रही हैं।
लक्ष्य और चुनौतियां:
भारतीय जल एवं मृदा संरक्षण संस्थान ने गौला नदी का सर्वेक्षण कर वन निगम को खनन लक्ष्य की रिपोर्ट सौंपी है। 31 मई तक 39.54 लाख घन मीटर आरबीएम निकालना है। लेकिन, गौला के 11 खनन गेटों में से केवल 1500 वाहन ही खनन कार्य में लगे हुए हैं। शेष 6000 वाहन अभी भी रजिस्ट्रेशन करवाने की प्रक्रिया में हैं।
खनन मजदूरों की मांग:
गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के अध्यक्ष आरसी जोशी ने बताया कि जब तक डंपरों का भाड़ा तय नहीं होता, तब तक वे खनन कार्य नहीं करेंगे। भाड़े को लेकर मजदूरों और वन निगम के बीच विवाद चल रहा है।
वन निगम का दावा:
वन निगम के अधिकारियों का कहना है कि वे समय पर लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उन्होंने आवश्यक कदम उठाए हैं।
चिंता का विषय:
वाहनों की संख्या कम होने और भाड़े को लेकर विवाद के कारण लक्ष्य पूरा होने में देरी हो सकती है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है।