नई दिल्ली
किश्तवाड़ में बादल फटने से मचैल माता यात्रा में तबाही, 52 की मौत, 100 से ज्यादा लापता
जम्मू-कश्मीर। किश्तवाड़ जिले के चशोटी गांव में गुरुवार दोपहर करीब 12:30 बजे बादल फटने से भारी तबाही मच गई। पहाड़ों से आए पानी और मलबे की चपेट में आने से अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से ज्यादा लोग लापता हैं। राहत दलों ने 167 लोगों को सुरक्षित बचा लिया है। हादसा उस समय हुआ जब हजारों श्रद्धालु मचैल माता यात्रा के पहले पड़ाव चशोटी पहुंचे थे। यहां लगी बसें, टेंट, लंगर और दुकानें तेज बहाव में बह गए। चशोटी, किश्तवाड़ शहर से लगभग 90 किमी दूर और पड्डर घाटी में स्थित है। यह इलाका समुद्र तल से 1,818 से 3,888 मीटर ऊंचाई पर है, जहां ग्लेशियर और खड़ी ढलानें पानी के बहाव को तेज करती हैं। मचैल माता तीर्थयात्रा हर साल अगस्त में होती है और इस बार 25 जुलाई से 5 सितंबर तक चल रही है। जम्मू से किश्तवाड़ तक यात्रा 210 किमी लंबी है, जिसमें पड्डर से चशोटी तक 19.5 किमी सड़क मार्ग और आगे 8.5 किमी पैदल रास्ता शामिल है। राहत और बचाव कार्य जारी है।
