उत्तराखंड औषधि विभाग और विजिलेंस की संयुक्त टीम ने सिडकुल में की छापेमारी
हरिद्वार। उत्तराखंड औषधि विभाग और विजिलेंस की संयुक्त टीम ने सिडकुल में बिना लाइसेंस दवाइयों का निर्माण कर रही कंपनी को देर शाम सील कर दिया। मौके पर तीन लोगों को बड़ी मात्रा में दवाइयों का निर्माण करते हुए टीम ने गिरफ्तार किया है। साथ ही कंपनी प्रबंधन के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
रविवार को देर शाम संयुक्त टीम ने औषधि नियंत्रक उत्तराखंड के आदेशों के तहत सिडकुल में दवाइयां बनाने वाली छह कंपनियों का निरीक्षण किया। इस दौरान पांच कंपनियां नियमों के अनुसार दवाइयों का निर्माण करती हुई मिली। टीम के सदस्य असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर (एडीसी) उत्तराखंड डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि निरीक्षण के दौरान एक कंपनी गोल्डन लाइफ साइंसेज में बिना लाइसेंस के दवाइयों का निर्माण होता मिला। मौके पर औषधि विभाग की टीम ने सभी निर्माण की गई दवाइयों को कब्जे में लिया है। साथ ही दस विभिन्न दवाओं के सैंपल लिए गए हैं। तीन लोग जो मौके पर दवाइयों का निर्माण कर रहे थे, उन्हें गिरफ्तार किया गया है। दवाइयों की सप्लाई आदि की जांच की जा रही है। संबंधित फर्म के खिलाफ ड्रग्स एक्ट में 180/27 का मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही फर्म को सील किया गया है।
निरीक्षण में सामने आया कि कुछ हॉलसेलर एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रेडिएंट (एपीआई) की दवाइयां बिना लाइसेंस के बिक्री कर रहे हैं। ऐसे हॉल सेलरों का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी। औषधि विभाग की टीम में वरिष्ठ औषधि निरीक्षक मुख्यालय नीरज कुमार, ड्रग्स इंस्पेक्टर हरिद्वार अनिता भारती, ड्रग्स इंस्पेक्टर देहरादून मानवेंद्र राणा, विजिलेंस टीम से एसआई जगदीश प्रसाद रतूड़ी, संजय नेगी, योगेंद्र सिंह आदि शामिल रहे।
हरिद्वार में बिना लाइसेंस दवाइयां बनाने वाली कंपनी सील, 3 गिरफ्तार
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