हल्द्वानी के ट्रांसपोर्ट नगर में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, राज्य सरकार ने एक जांच समिति का गठन किया है। यह कदम समाजसेवी हेमंत गोनिया द्वारा की गई शिकायत के परिणामस्वरूप उठाया गया है। गोनिया ने मुख्यमंत्री, नगर मजिस्ट्रेट, शहरी विकास मंत्री और सीएम हेल्पलाइन से संपर्क कर इस मुद्दे को उठाया था।
शिकायत में आरोप लगाया गया था कि ट्रांसपोर्ट नगर में कर्मचारियों के वेतन में गड़बड़ी की जा रही है, पदोन्नति में अनियमितताएं हो रही हैं और रिश्वतखोरी व्याप्त है। इसके अलावा, वर्ष 2015 से 2023 तक के तह बाजारी और गाड़ी कटिंग के रिकॉर्ड गायब पाए गए हैं। इन गंभीर आरोपों के मद्देनजर, मुख्यमंत्री और शहरी विकास मंत्री के निजी सचिव ने नगर आयुक्त को जांच के आदेश दिए।
जांच समिति का गठन:
शासन के आदेश पर, नगर निगम हल्द्वानी ने वित्त अधिकारी ईश्वर सिंह रावत की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है। इस समिति में सूर्य प्रताप सिंह रावत, प्रभारी सहायक नगर आयुक्त श्री नवल नौटियाल और सहायक अभियंता शामिल हैं। इस समिति को निर्देश दिया गया है कि वह इस मामले की गहनता से जांच करे और अपनी रिपोर्ट शासन और हेमंत गोनिया को सौंपे।
भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप:
ट्रांसपोर्ट नगर में भ्रष्टाचार के ये आरोप बेहद गंभीर हैं। यदि जांच में ये आरोप सही पाए जाते हैं तो इससे न केवल ट्रांसपोर्ट नगर की छवि धूमिल होगी बल्कि आम जनता का विश्वास भी सरकार से उठ सकता है। इसलिए, यह आवश्यक है कि इस मामले की जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जाए।
आगे का रास्ता:
इस जांच के परिणामों का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। यदि जांच में भ्रष्टाचार के साक्ष्य मिलते हैं तो दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके साथ ही, ट्रांसपोर्ट नगर में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए दीर्घकालिक उपाय किए जाने चाहिए।
हल्द्वानी ट्रांसपोर्ट नगर में भ्रष्टाचार की जांच समिति का गठन किया
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