बागेश्वर के दुर्गम गांव पनेल में अकेले श्रमदान कर शासन-प्रशासन और नेताओं को दिखाया आइना
(कमल जगाती)
नैनीताल। उत्तराखंड के बागेश्वर में श्रमदान कर एक श्रमिक क्षेत्रवासियों की सुविधा के लिए 500 मीटर सड़क काटकर वाहन के लायक बना रहा है। दशरथ मांझी की समस्याओं से कुछ अलग प्रकाश गोस्वामी के जुनून ने मोटर मार्ग बनाने के कार्य को लगभग पूरा करा दिया है। जिलाधिकारी ने अनन फानन में सर्वे टीम बनाकर रिपोर्ट देने को कहा है।
बागेश्वर जिले के दुर्गम पनेल गाँव में अपने बच्चों और ग्रामीणों की परेशनियों को देखते हुए प्रकाश गोस्वामी ने पखडण्डी को मोटर मार्ग बनाने की ठान ली। दिहाड़ी मज़दूर का काम करने वाले 43 वर्षीय प्रकाश, पांच बच्चों के पिता हैं और उनके सामने रोजी रोटी की भी चुनौती थी। उन्होंने रोजमर्रा की दिहाड़ी के अलावा अपना फ्री समय सड़क निर्माण के लिए देने का मन बनाया। प्रकाश सवेरे 6 से 8 बजे तक पखडण्डी को चौड़ीकरण कर सड़क बनाने में जुट गए। इसके अलावा शाम 5 बजे मजदूरी से थके हारे घर लौटने के बाद एक बार फिर दमदार सोच वाले प्रकाश ने दो से तीन घंटे सड़क निर्माण को दिए। प्रकाश ने बताया कि इसके अलावा उन्हें जब भी काम नहीं मिला तो वो सड़क निर्माण कार्य में लग गए। प्रकाश के अनुसार जब उन्होंने जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मार्ग निर्माण की बात प्रशासन, और विधायक सांसद तक पहुंचाई तो गांव की मांग पूरी नहीं हो सकी। जब वो मांग करते-करते थक गए तो उन्होंने खुद ही एक वर्ष का समय लगाकर 500 मीटर मोटर मार्ग बना डाली। गांव के प्राथमिक स्कूल कज्युली और कोट मंदिर जाने के लिए संपर्क मार्ग नहीं होने से बच्चों और ग्रामीणों को काफी परेशानी होती थी जिसका अब निवारण हो गया है। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने इस मामले में बताया कि उन्होंने गरुड़ के एस.डी.एम.और वन विभाग की टीम मार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट उन्हें सौपेंगी।