प्रदेश में 7829 आयुष्मान सभाओं का आयोजन, अल्मोड़ा जिले में सर्वाधिक 1143 सभाएं हुई
देहरादून: उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस तक प्रत्येक व्यक्ति को आयुष्मान कवच मिले जाएगा। आयुष्मान भव अभियान के अंतर्गत गांधी जयंती पर प्रदेशभर की ग्राम पंचायतों एवं शहरी वार्डों में आयुष्मान सभाओं का आयोजन किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने देहरादून नगर निगम के अंतर्गत माजरा वार्ड के लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी वितरित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य राज्य स्थापना दिवस तक उत्तराखंड के प्रत्येक व्यक्ति को आयुष्मान का कवच उपलब्ध कराना है। जिसके लिए पांच वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। जबकि शत-प्रतिशत लोगों की आभा आईडी बनाने का भी लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अन्य विभागों के सहयोग से जनपद देहरादून में आयोजित आयुष्मान भव अभियान के तहत किए गए कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जनपद देहरादून आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी बनाने से लेकर स्वैच्छिक रत्तदान और अंगदान में भी अन्य जनपदों की अपेक्षा अव्वल रहा है। इसके लिए उन्होंने विभागीय अधिकारियों, आशाओं एवं जनपद वासियों की सराहना की।
डॉ. रावत ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने अन्य रेखीय विभागों पंचायतीराज, शहरी विकास, महिला एवं बाल विकास, ग्राम्य विकास, समाज कल्याण व स्वयं सहायता समूहों के सहयोग से सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों, आंगनबाड़ी केंद्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आयुष्मान सभाओं का आयोजन किया, जहां पर चिकित्सकों के साथ ही सीएचओ एवं एनएएम ने उच्च रक्तचाप, मधुमेह, सिकल सेल एनीमिया सहित विभिन्न गैर संचारी रोगों की जांच के साथ ही नियमित टीकाकरण एवं विभागीय योजनाओं के संबंध में आम लोगों को जागरूक किया गया।
माजरा में आयोजित आयुष्मान सभा में सीएमओ देहरादून डॉ. संजय जैन ने सेवा पखवाड़े के अंतर्गत चलाए गए अभियान की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि विभाग की कोशिश है कि देहरादून जनपद से प्रथम आयुष्मान ग्राम व आयुष्मान शहरी वार्ड बने।
प्रदेश में 7829 आयुष्मान सभाओं का आयोजन किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में 7116 व शहरी वार्डों में 313 सभाएं की गई। अल्मोड़ा जिले में सर्वाधिक 1143 सभाएं हुई। इसके अलावा टिहरी में 1014, पौड़ी गढ़वाल में 876, नैनीताल में 785, ऊधमसिंह नगर में 734, चमोली में 624, उत्तरकाशी में 623, पिथौरागढ़ में 570, बागेश्वर में 451, चंपावत में 359, रूद्रप्रयाग में 319, देहरादून में 202 व हरिद्वार में 129 सभाओं का आयोजन किया गया।