अल्मोड़ा: उत्तराखंड के राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। एक प्रशिक्षु डॉक्टर ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे कॉलेज में प्रवेश प्राप्त कर इंटर्नशिप कर रहा था। यह मामला उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल द्वारा दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान सामने आया है।
जानकारी के अनुसार, हरियाणा का रहने वाला प्रशिक्षु डॉक्टर राहुल ने इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया था। उसने अपने आवेदन में बताया था कि उसने मेरी स्टेट यूनिवर्सिटी रसियन फाउंडेशन से मेडिकल शिक्षा प्राप्त की है। लेकिन जब काउंसिल ने उसके दस्तावेजों का सत्यापन किया तो पता चला कि उसने फर्जी दस्तावेज जमा किए हैं।
केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार, विदेश से मेडिकल शिक्षा प्राप्त करने वाले डॉक्टरों को नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) की स्क्रीनिंग परीक्षा पास करनी होती है। राहुल ने जो रोल नंबर दिया था, वह परीक्षा में राजेश गुप्ता नाम के एक अन्य प्रशिक्षु डॉक्टर का था।
इस मामले में उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. सुधीर पांडेय ने अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को प्रशिक्षु डॉक्टर राहुल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
यह मामला मेडिकल शिक्षा में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। ऐसे मामलों से न केवल मरीजों के जीवन को खतरा होता है बल्कि मेडिकल शिक्षा व्यवस्था की साख भी धूमिल होती है।