20 अक्टूबर तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं नहीं होने पर हाइवे जाम कर देहरादून की सड़कों पर प्रर्दशन की चेतावनी
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में किसानों ने शनिवार दोपहर को सीएम आवास कूच किया। शाम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर हरीश रावत ने आपदा पीड़ित किसानों को मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग रखी।
शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत दाेपहर करीब 12 बजे सीएम आवास कूच के लिए हाथीगड़कला पहुंचे। यहां पर पुलिस ने पहले ही बैरिकेडिंग लगा रखी थी। इस दौरान हरीश रावत किसानों के साथ यहां पर धरने पर बैठे गए। इस दौरान उन्हाेंने पत्रकारों से कहा कि आपदा पीड़ित किसानों को 1100 रुपये प्रति बीघा मुआवजा किसानों व किसानी का अपमान है। इस मुआवजे की राशि को किसानों की क्षतिपूर्ति की तुलना में बढ़ाया जाय। हम 10 हजार रुपये प्रति बीघा की मांग करते हैं। गन्ना किसानों की अर्थव्यवस्था का आधार स्तंभ है दुनिया में चीनी की दाम निरंतर बढ़ रहे हैं एक्जोल की मांग बढ़ रही है।
गन्ना किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए इस वर्ष गन्ने का खरीद मूल्य 425 रुपये प्रति कुंतल से ऊपर होना चाहिए। गन्ने का खरीद मूल्य शीघ्र घोषित किया जाए। फसल चक्र अर्थात छह माह का आपदा किसानों व आपदा पीड़ित परिवारों का बिजली और पानी का बिल माफ किया जाए। आपदा पीड़ित किसानों का छह माह के कर्ज वसूली पर रोक लगाई जाय व छह माह के ब्याज को माफ किया जाय या उसकी प्रतिपूर्ति की सरकार करें।
ज्ञापन में अपनी मांगो पर कार्रवाई के लिए 20 अक्टूबर तक का समय दिया गया और यदि 20 अक्टूबर, 2023 तक उनकी मांगों पर सरकार अनुकूल कार्रवाई नहीं करती है तो मजबूरन राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने से लेकर देहरादून की सड़कों पर किसान प्रर्दशन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
पूर्व सीएम हरीश रावत के इस मांग पत्र को प्रशासन ने मुख्यमंत्री आवास भेजा। जिसपर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व सीएम हरीश रावत को शनिवार शाम साढ़े सात बजे आवास पर आमंत्रित किया। इस मौके पर मुलाकात के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीएम धामी से कहा कि हरिद्वार जनपद के इकाबपुर चीनी मिल का वर्ष 2020-21 का भारी राशि लगभग एक सौ करोड़ चीनी मील पर गन्ना किसानों का बकाया है आपने उसके भुगतान का वादा किसानों से किया था, उसका वादा पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री को हरीश रावत ने यह भी सुझाव दिया कि मुख्य सचिव , वित्त सचिव, गन्ना सचिव व हरिद्वार के डीएम की एक उच्च स्तरीय बैठक कर इस पर कोई हल निकाला जाना चाहिए । मुख्यमंत्री धामी ने शीघ्र बैठक बुलाने को आश्ववत् किया। इस मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, विधायक ममता राकेश, फुरकान अहमद, संजय सैनी, राजेश तस्तोगी, राजपाल खरोला, ओपी चौहान, विरेंद्र पंवार, जोत सिंह गुनसोला,ओम प्रकाश सती बब्बन, अमरजीत सिंह, आदि मौजूद रहे।