हरिद्वार
दिल्ली-दून हाईवे पर बजरी का डंपर कार पर पलटा: रुड़की के एक ही परिवार के 7 लोगों की दर्दनाक मौत
सहारनपुर के गागलहेड़ी में बजरी से भरा ओवरलोड डंपर कार पर पलटा। रुड़की के एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत, जिनमें बच्चा भी शामिल। आक्रोशित ग्रामीणों ने टोल जाम किया, पुलिस ने लाठियां फटकारीं।
रुड़की/सहारनपुर। दिल्ली-दून नेशनल हाईवे पर शुक्रवार सुबह एक भयावह सड़क हादसे में रुड़की के एक परिवार के सात लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। यह दुर्घटना सहारनपुर के गागलहेड़ी थाना क्षेत्र में टोल प्लाजा के पास हुई, जब बजरी से भरा एक ओवरलोड डंपर अनियंत्रित होकर एक कार पर पलट गया। कार सवार लोग कोतवाली गंगोह क्षेत्र के मोहद्दीनपुर में एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही काल के ग्रास बन गए।
भयानक हादसा और मृतकों का विवरण
हादसा सुबह करीब 10 बजे हुआ। बताया जा रहा है कि डंपर चालक ने सामने से आ रहे एक टेंपो को बचाने के प्रयास में जैसे ही बजरी से भरे वाहन को घुमाया, डंपर बेकाबू होकर कार पर पलट गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार बुरी तरह चकनाचूर हो गई। मृतकों में भगवानपुर, हरिद्वार निवासी 28 वर्षीय राजकुमार, उनकी 27 वर्षीय पत्नी जॉली व ढाई वर्षीय पुत्र अनिरुद्ध शामिल हैं। इनके अलावा, सोना सय्यद माजरा निवासी रानी (59), उनका बेटा संदीप (25), समधी उमेश सैनी (60) और एक रिश्तेदार विपिन (24) की मौके पर ही मौत हो गई। गागलहेड़ी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर डंपर चालक को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच जारी है।
ग्रामीणों का गुस्सा और हाईवे जाम
हादसे में सात लोगों की मौत से गुस्साए ग्रामीणों और परिजनों ने तुरंत टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया और जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारी, मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने और खनन से भरे ओवरलोड वाहनों की दिन के समय आवाजाही पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सांसद इमरान मसूद, राज्यमंत्री जसवंत सैनी और पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। जब समझाने-बुझाने के बावजूद लोग नहीं माने और जाम नहीं खोला, तो पुलिस को बल प्रयोग करते हुए लाठियां फटकारनी पड़ीं।
ओवरलोडिंग और प्रशासन पर उठे सवाल
इस भीषण दुर्घटना ने एक बार फिर खनन से भरे ओवरलोड वाहनों की बेलगाम रफ्तार और उनकी दिन के समय आवाजाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण ही ऐसे ओवरलोड वाहन सड़कों पर दौड़ते हैं और आए दिन दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। प्रशासन ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की है और पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। डीएम ने एनएच के अधिकारियों को दुर्घटनास्थल के आसपास निरीक्षण कर सुरक्षा दिशा-निर्देश जारी करने के आदेश दिए हैं।
