जाखन, लखवाड़ और खमरौली में कुछ दिनों पहले भू धंसाव से हो चुका है काफी नुकसान
देहरादून। देहरादून जिले के जाखन, लखवाड़ और खमरौली के बाद कालसी ब्लाक के लेल्टा गांव में भी भूधंसाव की स्थिति बन गई है। यहां भूधंसाव के कारण 10 से अधिक मकानों में दरार आ गई है। इसके साथ ही सड़क और खेतों में पड़ी दरार भी चौड़ी होती जा रही है।
ग्रामीणों का मानना है कि गांव के कच्ची पहाड़ी पर बसे होने के चलते यहां भूधंसाव हो रहा है। ऐसे में हल्की वर्षा होते ही ग्रामीण खौफजदा हो जाते हैं और रातभर जागकर बिता रहे हैं। उन्हें डर है कि भूधंसाव उनके घरों के साथ खेत और बगीचों को भी तबाह कर देगा। लेल्टा के ग्रामीणों ने प्रशासन से गांव में सुरक्षात्मक उपाय करने की मांग की है।
ब्लाक मुख्यालय कालसी से 34 किमी की दूरी पर स्थित लेल्टा गांव में करीब 80 परिवार रहते हैं। बीते कुछ दिनों से गांव में हो रहे भूधंसाव ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है। दरअसल, गांव में भूधंसाव की शुरुआत वर्ष 2019 में हुई थी, जो धीरे-धीरे बढ़ रही थी। लेकिन, इस वर्षाकाल में अत्यधिक वर्षा से भवनों में भी दरार आ गई, जो चौड़ी होती जा रही है।
ग्राम प्रधान लेल्टा अजब सिंह चौहान ने बताया कि, गांव के 10 मकानों में दरार आने के बाद से ग्रामीण खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं। गांव के आबादी क्षेत्र में धीमी गति से भूधंसाव हो रहा है। इसके कारण गांव के नीचे बने खेत और बगीचों में दरार आ रही है। गांव के नीचे सड़क भी धंस गई है। भारी वर्षा होते ही ग्रामीणों की दहशत और भी बढ़ जाती है।