ज्योतिर्मठ परिसर भी आईं दरारें, शंकराचार्य ने जताई चिन्ता
देहरादून। चमोली जिले के जोशीमठ में भू-धंसाव का दायरा लगातार बढ़ रहा है। लोग अपने घर-दुकान खाली कर सुरक्षित जगहों पर जाने लगे हैं। सोमवार रात से अचानक मकानों में दरारें आने लगीं थी। जिससे पूरे नगर में दहशत फैल गई। बुधवार को अलग-अलग वार्डों से 16 प्रभावित परिवारों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया। इससे पूर्व 11 प्रभावितों को शिफ्ट किया जा चुका है। मारवाड़ी में भूमि से लगातार पानी का रिसाव हो रहा है। परिवारों में दहशत का माहौल बना है।
ज्योतिर्मठ परिसर में भी आईं दरारें, शंकराचार्य ने जताई चिंता
भू-धंसाव की चपेट में ज्योतिर्मठ परिसर भी है। परिसर के भवनों, लक्ष्मी नारायण मंदिर के आसपास बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोशल मीडिया पर मठ की वीडियो शेयर की है। जिसमें दरारों से पानी का रिसाव हो रहा है। बताया जा रहा है कि मठ के प्रवेश द्वार, लक्ष्मी नारायण मंदिर और सभागार में दरारें आई हैं। इसी परिसर में टोटकाचार्य गुफा, त्रिपुर सुंदरी राजराजेश्वरी मंदिर और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य की गद्दी स्थल है।
प्रशासन ने कंट्रोल रूम बनाया
जोशीमठ नगर में भू-धंसाव की समस्या को लेकर जिला प्रशासन ने जोशीमठ तहसील में प्रभावित लोगों को त्वरित राहत एवं किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए कंट्रोल रुम बनाया है। जिसका नंबर 8171748602 है।