हल्द्वानी
हल्द्वानी में 24 घंटे में तीन परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़: सड़क हादसों में मौत
हल्द्वानी में 24 घंटे के भीतर तीन बड़े सड़क हादसों में तीन परिवारों के कमाऊ सदस्य काल के गाल में समा गए। शिक्षक गंभीर घायल। तेज रफ्तार और बिना हेलमेट बनी मौत की वजह।
हल्द्वानी। शहर में पिछले 24 घंटे के भीतर हुए सड़क हादसों ने तीन परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। इन दर्दनाक घटनाओं में तीन युवाओं की जान चली गई, जो अपने-अपने घरों के इकलौते कमाऊ सदस्य और ‘इकलौते चिराग’ थे। इन हादसों ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा (Road Safety) के नियमों की अनदेखी और तेज रफ्तार के खतरों को उजागर किया है।
मुखानी में शिक्षक को टक्कर, गौलापार में भिड़ंत
पहली घटना मुखानी थाना क्षेत्र की है, जहां एक कार ने प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक महेंद्र सिंह को सड़क पार करते समय टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल शिक्षक को आईसीयू में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत बेहद नाजुक है। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) वायरल हो रहा है, और पुलिस फरार कार चालक की तलाश कर रही है। वहीं, रविवार रात गौलापार के पास दो बाइकों की भीषण भिड़ंत हो गई, जिसमें चंदन सिंह और हरीश बृजवासी नामक दो शादीशुदा युवकों की मौत हो गई। दोनों युवक कास्तकारी करते थे और परिवार के आधार थे।
बुलेट हादसा: खाई में गिरे युवक की मौत
इन दो हादसों के अलावा, शनिवार रात गुलाबघाटी के पास भी एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां दो दोस्त अपनी बुलेट बाइक से जा रहे थे, जो अनियंत्रित होकर क्रैश बैरियर से टकरा गई। बुलेट पर पीछे बैठा ऋषभ गैड़ा छिटककर गहरी खाई में जा गिरा। एचएम की पढ़ाई के बाद ऋषिकेश के होटल में नौकरी कर रहा ऋषभ दीवाली की छुट्टी पर घर आया था। वह अपनी मां का इकलौता सहारा था, जिनके पति का 18 साल पहले निधन हो चुका था। गंभीर रूप से घायल ऋषभ को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
हेलमेट की अनदेखी बनी मौत की वजह
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गौलापार और गुलाबघाटी के हादसों में जान गंवाने वाले किसी भी युवक ने हेलमेट नहीं पहना था। तेज रफ्तार और सुरक्षा उपकरणों की अनदेखी इन मौतों का मुख्य कारण बनी। एसओ काठगोदाम विमल मिश्रा ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखा गया है। इन लगातार हादसों ने स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के बीच जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता को बढ़ा दिया है।
