नैनीताल
नैनीताल पंचायत अध्यक्ष चुनाव मामला : हाईकोर्ट ने लिया सख़्त रूख और अगली सुनवाई शुक्रवार को
नैनीताल। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दिन 14 अगस्त को हुई आपराधिक वारदात पर उत्तराखंड हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका पर लगातार दूसरी दिन सुनवाई की। कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस महानिदेशक और गृह सचिव को पक्षकार बनाया है। मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।
सुनवाई के दौरान नैनीताल के एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा कोर्ट में उपस्थित रहे, जबकि जिलाधिकारी वंदना वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुईं। एसएसपी ने बताया कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर एक उपनिरीक्षक को निलंबित किया गया है और अब तक 14 आरोपियों की पहचान की जा चुकी है। कुछ आरोपी उत्तर प्रदेश और कुछ उत्तराखंड से हैं। घटना में प्रयुक्त लाल कार पुलिस कब्जे में है।
कोर्ट ने उन वीडियो को भी देखा जिनमें रेनकोटधारी लोग पांच जिला पंचायत सदस्यों को घसीटते हुए ले जाते दिखे। साथ ही, मतदान स्थल के पास हथियारबंद लोगों की मौजूदगी पर पुलिस की लापरवाही पर गहरी चिंता जताई। सोशल मीडिया पर “नैनीताल को हिला डाला” शीर्षक से डाले गए वीडियो पर भी कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की।
चीफ जस्टिस जी. नरेंद्र ने कहा, “यह पूरी घटना सिस्टम का फेलियर है। उत्तराखंड में इस तरह का कल्चर स्वीकार नहीं किया जा सकता।” इधर, पुलिस ने अपहरण कांड में शामिल रामपुर निवासी मनदीप सिंह को तलवारों समेत गिरफ्तार किया है। फिलहाल मामला गंभीर मोड़ पर है और कोर्ट की सख़्ती से पुलिस-प्रशासन पर दबाव और बढ़ गया है।
