नैनीताल
नैनीताल दुष्कर्म मामला: तनाव बरकरार, दुकानें बंद, पर्यटक पलायन, हाईकोर्ट का दखल
नैनीताल: नैनीताल में बुधवार को 12 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म की घटना के बाद गुरुवार को भी तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। आक्रोशित स्थानीय लोगों ने सुबह से ही कुमाऊं कमिश्नरी और कोतवाली के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के आह्वान पर तल्लीताल से मल्लीताल तक सभी दुकानें, होटल, रेस्टोरेंट और ढाबे पूरी तरह से बंद रहे, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा।
घटना के बाद फैली दहशत के कारण अधिकांश पर्यटकों ने सुबह ही होटलों से चेकआउट कर दिया। पर्यटन उद्योग पर इसका बुरा असर पड़ा है और शहर के होटलों तथा होमस्टे की लगभग 30% बुकिंग रद्द हो गई हैं। बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर शहर के सभी स्कूलों में समय से पहले छुट्टी घोषित कर दी।
शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। शहर के सभी प्रवेश बिंदुओं पर कड़ी सुरक्षा जांच के बाद ही लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है। बुधवार रात को दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद शहर के विभिन्न संगठनों ने मल्लीताल से कोतवाली तक विरोध जुलूस निकाला था। इस दौरान समुदाय विशेष की कुछ दुकानें बंद कराई गईं और कुछ लोगों के साथ मारपीट की भी खबरें आईं। एक धर्मस्थल पर पथराव की घटना के बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा था।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले में 65 वर्षीय ठेकेदार उस्मान को गिरफ्तार कर लिया है। नैनीताल के एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि आरोपी ठेकेदार के खिलाफ बुधवार रात को ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया था और गुरुवार को उसे हल्द्वानी स्थित पॉक्सो कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
इस गंभीर घटना और इसके बाद उत्पन्न हुए जनाक्रोश का हाईकोर्ट ने गुरुवार को स्वतः संज्ञान लिया। कोर्ट ने प्रशासन को निर्देश दिया कि शहर का माहौल खराब न हो, इसके लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाए। कोर्ट ने अफवाह फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर रखने के आदेश दिए हैं।
