देहरादून। पिछले दिनों रैंतोली में टेपों-ट्रैवलर हादसे के बाद पुलिस व प्रशासन सतर्क हो गया है। ऐसे हादसे दोबारा न हो इसके लिए जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ, रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड और कुंड-ऊखीमठ-चोपता-मंडल-गोपेश्वर हाईवे पर रात नौ बजे से सुबह चार बजे तक यात्री व पर्यटक वाहनों के संचालन पर रोक लगा दी गई है।
स्थानीय वाहन संचालकों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए जिले के सभी बैरियर पर तैनात पुलिसकर्मियों को और अधिक सक्रिय होकर चेकिंग करने निर्देश दिए गए हैं। 15 जून को बदरीनाथ हाईवे पर रैंतोली में टेंपो-ट्रैवलर अलकनंदा नदी में गिर गया था, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 11 लोग घायल हो गए थे।
हादसे के बाद से जिले में रात के समय यात्री व पर्यटक वाहनों के संचालन पर रोक को लेकर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मंथन कर रहे थे। पांच दिन मंथन के बाद पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने रैंतोली हादसे और आगामी बरसाती सीजन सहित अन्य सुरक्षा पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जनपद में तीनों हाईवे पर यात्री व पर्यटक वाहनों के संचालन पर का समय तय कर दिया है।
वाहनों के संचालन पर यह पाबंदी बुधवार रात से ही लागू कर दी गई है। इस व्यवस्था के तहत रात्रि नौ से सुबह चार बजे तक जिले में किसी भी प्रकार के यात्री व पर्यटक वाहनों पर पूर्णतया रोक लगा दी गई है। जिले की सीमा सहित तीनों हाईवे पर पुलिस दल की तैनाती की जा रही, जो खांकरा, रैंतोली, रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, कुंड, गुप्तकाशी, फाटा, ऊखीमठ, मयाली, चिरबटिया में रात्रि के समय जिले में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की चेकिंग करेगा और एसपी कार्यालय को अपनी रिपोर्ट भेजेगा। पुलिस सभी बैरियर पर सीसीटीवी कैमरे भी लगा रही, जिससे इस व्यवस्था की और बेहतर मॉनिटरिंग की जा सके। रात्रि में स्थानीय वाहनों के संचालन में छूट दी गई है, पर संबंधित संचालकों से पूरी जानकारी प्राप्त की जाएगी।
चारधाम यात्रा रूट पर रात नौ बजे से सुबह चार बजे तक यात्री व पर्यटक वाहनों के संचालन पर रोक लगी
By
Posted on