कलश कलाश्री संस्था की ओर से किया गया आयोजन, शिक्षा, समाजसेवा और कला को बढ़ावा देने वाले समाजसेवियों व मेधावी छात्रों को कलाश्री सम्मान
जागेश्वर। कलश कलाश्री संस्था (पंजी.) की ओर से वृद्ध जागेश्वर धाम में श्री गंगा दशहरा के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही पूजा अनुष्ठा व विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। रविवार 16 जून को आयोजित हुए इस कार्यक्रम में क्षेत्र के लोगों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य इस दिव्य व पवित्र स्थल की पहचान दिलाने के साथ ही मानव जाति का कल्याण करना था। समारोह में शिक्षा, समाज और कला को बढ़ावा देने वाले समाजसेवियों व मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर रंगारंग सांंस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें कुमाऊं की सुप्रसिद्ध लोक गायिका आशा नेगी, बलबीर सिंह राणा, धीरज पाण्डेय, राधा तिवारी, पूरन पाण्डे के गीतों ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित करके किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जागनाथ इंटर कालेज शौकियाथल के पूर्व प्रधानाचार्य सुरेश चन्द्र जोशी, रा.जू.हा. चनौली के राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक कल्याण मनकोटी, कनखल हरिद्वार के डॉ. बसंत बल्लभ जोशी, रा.इ. कालेज चौरा, हवालबाग के शिक्षक दिनेश पाण्डेय की उपस्थित में कलश कलाश्री के अध्यक्ष के एन पाण्डेय, कोषाध्यक्ष प्रेम प्रकाश और सांस्कृतिक सचिव जीवन पाण्डेय ने दीप प्रज्जवलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इससे पूर्व संस्था के पदाधिकारियों ने भोलेनाथ के मंदिर में पूजा अनुष्ठान करके मानव कल्याण की प्रार्थना की। इस अवसर पर महिलाओं की ओर से सुंदर पहाड़ी परिधानों में सज-धजकर कलश यात्रा निकाली गई। मंच का संचालन कलश कलाश्री के सांस्कृतिक सचिव जीवन पाण्डेय ने किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कुमाऊं की सुप्रसिद्ध गायिका आशा नेगी, राधा तिवारी, गायक बलवीर सिंह राणा, धीरज पाण्डेय व पूरन पांडे ने एक से बढक़र एक सुमधुर गीत गाकर दर्शकों को झूमने को मजबूर कर दिया।
‘श्री वृद्ध जागेश्वर धाम एक दिव्य स्थल’ का विमोचन
इस अवसर पर कलश कलाश्री के अध्यक्ष के एन पाण्डेय द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘श्री वृद्ध जागेश्वर धाम एक दिव्य स्थल’ का विमोचन किया गया। के एन पाण्डेय ने बताया कि पुस्तक को लिखने का मुख्य उद्देश्य इस दिव्य स्थल को पहचान दिलाने के साथ ही यहां के इतिहास को लोगों के सम्मुख रखना है। उन्होंने बताया कि उनके पूर्वज इस मंदिर में पानी की व्यवस्था देखते थे, तभी से उनके परिवार का इस पवित्र और दिव्य स्थल से गहरा जुड़ाव रहा है। पाण्डेय ने बताया कि कलश कलाश्री विगत एक दशक से राजधानी दिल्ली में पहाड़ की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। इसके साथ ही संस्था उत्तराखण्ड के सुदूरवर्ती गांवों में रहने वाले असहायों, वंचितों और जरूरतमंदों के लिए भी काम कर रही है। कलश कलाश्री शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए भी लगातार काम करती आ रही है।
14 लोगों को ‘कलाश्री सम्मान
कलश कलाश्री हर साल समाज के ऐसे लोगों को सम्मानित करती आ रही है जो समाज को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देते हैं। इसी क्रम में शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले जागनाथ इण्टर कालेज शौकियाथल के पूर्व प्रधानाचार्य सुरेश चंद्र जोशी, जूनियर हाईस्कूल चनौली के राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक कल्याण मनकोटी, रा.इ.कालेज चौरा, हवालबाग के शिक्षक दिनेश पाण्डेय, रा.प्रा.वि. चमुवा के शिक्षक राजेश जोशी, रा.प्रा.वि. जागेश्वर के शिक्षक ठाकुर सिंह सुप्याल, रा.प्रा.वि. कोटुली गंधक के शिक्षक राजेन्द्र सिंह बिष्ट को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
वहीं समाज सेवा के तौर पर समाज में बेहतरीन कार्य करने वाले ग्राम पंचायत चमुवा खालसा के समाजसेवी स्व. श्री राम सिंह कार्की व ग्राम पंचायत त्रिनैली के राम सिंह बॉणी को सम्मानित किया गया। कला के क्षेत्र मेें बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली चमुवा खालसा की रचना कार्की को सम्मानित किया गया।
मेधावी छात्रों में जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा पास करने वाले ग्राम पंचायत चमुवा खालसा के सौरभ कार्की, आदित्य कार्की, ग्राम फुलई जागेश्वर के प्रिंस भारती व ग्राम सल्यूड़ी के मयंक बोरा को प्रतिभावान छात्र के रूप में सम्मानित किया गया। जागनाथ इंटर कालेज के छात्र गौरव भट्ट को उत्तराखण्ड 12बोर्ड परीक्षा में सबसे अधिक अंक हासिल करने पर सम्मानित किया गया। और सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की गई।