देहरादून
पुलिस-प्रशासन को नहीं लगी भनक, दिव्यांगजनों के सीएम आवास कूच से हड़कंप, पुलिस से टकराव
देहरादून। उत्तराखंड दिव्यांग क्रांति महाआंदोलन के बैनर तले सोमवार को मूक-बधिर और दिव्यांगजन अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए। किसान भवन से सीएम आवास कूच करने के दौरान पुलिस और दिव्यांगजनों के बीच जोरदार टकराव हो गया। दिव्यांगजन मुख्यमंत्री से सीधी मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच धक्का-मुक्की हुई।
आंदोलनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने मूक-बधिर और शारीरिक रूप से कमजोर दिव्यांगजनों को जबरन बसों में धकेलते हुए उठाया। इस दौरान कई लोगों को चोटें आईं और एक दिव्यांग बेहोश हो गए जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। बाद में पुलिस ने सभी को हर्रावाला स्थित कोतवाली डोईवाला छोड़ दिया।
इस घटना के बाद दिव्यांगजनों में मुख्यमंत्री और प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश फैल गया। किसान भवन में दिव्यांगजन अपनी रणनीति बनाकर डटे हुए हैं। इसी बीच एलआईयू से पहुंचे अधिकारी नवीन ने आंदोलनकारियों से बातचीत की और मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए प्रतिनिधि मंडल के नाम मांगे।
आंदोलनकारियों ने कुल 13 नामों की सूची सौंपी है, जिनमें संदीप अरोड़ा, सोनिया अरोड़ा, अरुण चौधरी, अरविंद चौहान, विपिन चौहान, उमेश ग्रोवर, भूमिका यादव, सरिता जोशी, शंकर लाल, अनिता शास्त्री, टीशेरिंग ल्हामो, प्रेमा विश्वास और नवीन कुमार शामिल हैं। अब यह सूची मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दी गई है। दिव्यांगजनों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी 15 सूत्रीय मांगों पर जल्द सुनवाई नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।
