नेत्रहीन महिला का शव गंगनहर से बरामद, हत्या से पहले कराया गंगा स्नान
हरिद्वार। 20 लाख के लालच में एक नेत्रहीन महिला व उसके नाबालिग बेटे की हत्या के आरोपित एएसआई को एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने सस्पेंड कर दिया। वहीं, नेत्रहीन महिला का शव शनिवार को मंगलौर क्षेत्र से गंगनहर से बरामद कर लिया गया।
शुक्रवार को हरिद्वार पुलिस ने सिडकुल से सटे गांव रोशनाबाद निवासी दृष्टिहीन महिला ममता, उसके नाबालिग पुत्र नरेंद्र उर्फ राजा की हत्या कर शव फेंकने के मामले का खुलासा किया था। दरअसल, झबरेड़ा क्षेत्र के अकबपुर झोझा मार्ग पर नाले में एक किशोर का शव मिला था। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी।
प्रारंभिक पड़ताल में मृतक की जेब से एक टेलर का विजीटिंग कार्ड मिला था। उसी सिरे के सहारे किशोर की पहचान हो सकी थी। गांव रोशनाबाद में रह रहे मां बेटे के आठ तारीख को अपना घर बेचकर जाने की बात सामने आई थी।
पुलिस लाइन में तैनात सशस्त्र पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक छुन्ना सिंह निवासी ग्राम राठा पोस्ट मसूदपुर थाना अछला जिला औरेया हाल निवासी हनुमाननगर आगरा ने अपने साथी शहजाद निवासी ग्राम अकबरपुर झौझा थाना झबरेड़ा और उसके दोस्त विनोद उर्फ काला निवासी सराय ज्वालापुर के साथ मिलकर मां बेटे की चलती कार में हत्या की थी। बेटे का शव झबरेड़ा क्षेत्र में नाले में फेंक दिया गया था।
जबकि मां का शव मंगलौर के लिब्बरहेडी नहर पटरी से गंगनहर में फेंक दिया था। मकान बेचकर मिली 20 लाख की रकम के लालच में ही मां बेटे की हत्या की गई थी। एसओ झबरेड़ा अंकुर शर्मा ने बताया कि शनिवार को लिब्बरहेड़ी नहर पटरी पर पहुंचकर गंगनहर से मां का शव बरामद कर लिया गया है, जिसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने दोहरे हत्याकांड के साजिशकर्ता एएसआई छुन्ना सिंह को निलंबित कर दिया है। तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
दोहरे हत्याकांड के मास्टरमाइंड एएसआई छुन्ना सिंह और शहजाद ने पूरी रकम मिलने के बाद दिसंबर माह में ही मां बेटे को कत्ल कर देने की तैयारी कर ली थी। आठ फरवरी को जैसे ही बाकी बचे एक लाख रूपये मिले, तब उन्होंने घर खाली करवाकर खरीददार को चाभी सौंप दी।
एएसआई, शहजाद के साथ अब शहजाद का दोस्त विनोद भी प्लानिंग का हिस्सा बना। उसके बाद प्लानिंग के तहत ही मां बेटे को लेकर मौत की नींद सुला लिया गया। पूछताछ में मास्टर माइंड छुन्ना सिंह ने कबूला कि उन्हें डर था कि रकम हड़प लेने के बाद महिला उसकी शिकायत विभाग में कर सकती थी, इसलिए उसने हत्याकांड की साजिश रची। उसे पता था कि महिला का कोई स्वजन नहीं है, इसलिए कोई तलाश नहीं करेगा। कुछ समय बाद जब उनके शव मिलेंगे, तब पहचान न होने पर पुलिस भी फाइल बंद कर देगी। मां बेटे का कत्ल करने से आरोपियों ने हरकी पैड़ी ले जाकर गंगा स्नान भी कराया। हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान के बाद साथ में खाना खाया और अंधेरा होने पर देहात क्षेत्र के लिए निकल पड़े। एएसआई छुन्ना सिंह कार चला रहा था और शहजाद-विनोद ने एक एक कर हत्याकांड को अंजाम दिया। वहीं, पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि आरोपित एएसआई छुन्ना सिंह की उसके परिवार की भी अनबन रहती है। वह अपने परिवार को घर खर्च नहीं देता था। अक्सर इस बात को लेकर विवाद होता रहता था।
20 लाख के लालच में नेत्रहीन महिला व उसके बेटे की हत्या का आरोपी पुलिस कर्मी सस्पेंड
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