देहरादून: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते उत्तराखंड परिवहन निगम की 300 पुरानी डीजल बसों पर दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ये सभी बसें बीएस-3 और बीएस-4 श्रेणी की हैं। इस प्रतिबंध के कारण उत्तराखंड से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली सरकार ने दी थी चेतावनी
दिल्ली सरकार पिछले तीन साल से उत्तराखंड परिवहन निगम समेत अन्य राज्यों के परिवहन निगमों को बीएस-3 और बीएस-4 डीजल बसों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए चेतावनी दे रही थी। हालांकि, उत्तराखंड परिवहन निगम ने इस चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया और अपने बेड़े को अपडेट करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
उत्तराखंड परिवहन निगम की क्या है स्थिति?
वर्तमान में उत्तराखंड परिवहन निगम के पास केवल 90 बीएस-6 डीजल और 162 अनुबंधित सीएनजी बसें हैं जो दिल्ली जा सकती हैं। यानी कुल 540 बसों में से 288 बसें अब दिल्ली नहीं जा पाएंगी।
क्यों हुई यह स्थिति?
* पुरानी बसें: उत्तराखंड परिवहन निगम के पास अधिकांश बसें पुरानी और प्रदूषण फैलाने वाली हैं।
* चेतावनी की अनदेखी: निगम ने दिल्ली सरकार की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया।
* नए वाहनों की खरीद में देरी: निगम नए वाहनों की खरीद में काफी धीमा रहा।
यात्रियों को हो रही परेशानी
इस प्रतिबंध के कारण उत्तराखंड से दिल्ली जाने वाले हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें अब अन्य परिवहन साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है।
क्या है समाधान?
* नई बसें खरीदना: उत्तराखंड परिवहन निगम को अपने बेड़े को आधुनिक बनाने के लिए जल्द से जल्द नई बसें खरीदनी चाहिए।
* दिल्ली सरकार के साथ समन्वय: निगम को दिल्ली सरकार के साथ मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए।
* यात्रियों को सुविधाएं उपलब्ध कराना: निगम को यात्रियों को वैकल्पिक परिवहन सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए।