हल्द्वानी: हल्द्वानी में रहकर काम करने आई एक युवती को अपने भाई की मौत के बाद गरीबी की मार झेलनी पड़ी। पैसे की कमी के कारण उसे अपने भाई का शव टैक्सी की छत पर बांधकर अपने गांव ले जाना पड़ा।
तमोली ग्वीर बेरीनाग पिथौरागढ़ निवासी शिवानी हल्दूचौड़ में एक कंपनी में काम करती थी। उसने अपने भाई अभिषेक कुमार (20) को भी हल्द्वानी बुला लिया था। शुक्रवार को अभिषेक की तबीयत बिगड़ गई और उसने विषैला पदार्थ खा लिया। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शिवानी के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अपने भाई का शव एंबुलेंस से घर ले जा सके। उसने गांव के एक टैक्सी मालिक से मदद मांगी और शव को टैक्सी की छत पर बांधकर अपने गांव बेरीनाग ले गई।
क्या हुआ था?
* शिवानी और अभिषेक दोनों हल्द्वानी में रहकर काम करते थे।
* शुक्रवार को अभिषेक ने विषैला पदार्थ खा लिया।
* उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
* शिवानी के पास पैसे नहीं थे, इसलिए उसने शव को टैक्सी की छत पर बांधकर घर ले जाना पड़ा।
परिवार पर गहरा सदमा
अभिषेक की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। उसके माता-पिता की तबीयत बिगड़ गई है और वे बार-बार बेहोश हो रहे हैं।
गरीबी की मार
यह घटना गरीबी के मारे हुए लोगों की कहानी बयान करती है। जब किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उसके परिवार के लिए सबसे बड़ा संकट होता है। लेकिन गरीब परिवारों के लिए यह संकट और भी बड़ा हो जाता है। उन्हें अपने प्रियजनों को अंतिम विदाई देने के लिए भी पैसे की कमी का सामना करना पड़ता है।