उत्तराखण्ड
रजत जयंती पर उत्तराखंड आ रहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू: विधानसभा सत्र में बड़े फैसलों पर होगी मुहर
उत्तराखंड राज्य गठन की 25वीं वर्षगांठ पर 2 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देहरादून पहुंचेंगी। 3-4 नवंबर को विशेष विधानसभा सत्र, गैरसैंण और विकास पर बड़े फैसलों की उम्मीद। PM मोदी भी 9 नवंबर को करेंगे सैन्य धाम का उद्घाटन। पूरी खबर पढ़ें।
देहरादून। उत्तराखंड राज्य के गठन की रजत जयंती का वर्ष प्रदेशवासियों के लिए बेहद खास होने जा रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 2 नवंबर को देहरादून पहुंचेंगी। वह 3 और 4 नवंबर को आयोजित होने वाले विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र की साक्षी बनेंगी। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सत्र के लिए राजभवन से अधिसूचना जारी हो चुकी है। यह विशेष सत्र राज्य के 25 वर्षों के सफर और भविष्य की योजनाओं पर केंद्रित होगा।
विधानसभा सत्र में बड़े फैसलों पर होगी चर्चा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 2 नवंबर की शाम को देहरादून पहुंचेंगी और अगले दिन विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन शामिल होंगी। यह सत्र उत्तराखंड के विकास से जुड़ी महत्वपूर्ण चर्चाओं का गवाह बनेगा। माना जा रहा है कि इस दौरान धामी सरकार प्रदेश के लिए कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दे सकती है। इनमें सबसे अधिक चर्चा ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को लेकर बड़े फैसले लिए जाने की है, जिसे लेकर जनता में काफी उत्साह है।
नैनीताल और हरिद्वार का भी करेंगी दौरा
विधानसभा सत्र के बाद, राष्ट्रपति मुर्मू 4 नवंबर को नैनीताल और हरिद्वार का भी दौरा करेंगी। उनके आगमन को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन ने सुरक्षा व व्यवस्था की तैयारियां तेज कर दी हैं। यह दौरा राज्य की सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक प्रगति पर प्रकाश डालने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।
प्रधानमंत्री मोदी 9 नवंबर को आएंगे देहरादून
9 नवंबर को उत्तराखंड राज्य गठन के 25 साल पूरे हो रहे हैं। इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी देहरादून आने की संभावना है। प्रधानमंत्री मोदी इसी दिन देहरादून में प्रस्तावित सैन्य धाम का उद्घाटन भी करेंगे। इस अवसर पर प्रदेशभर में भव्य कार्यक्रमों की तैयारी की जा रही है। अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने विश्वास जताया है कि यह सत्र उत्तराखंड को विकास के नए आयामों की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण साबित होगा। राज्य के लिए ये पल ऐतिहासिक और प्रेरणादायक हैं।
