नैनीताल
रामनगर: विदेश में रह रहे व्यक्ति की जमीन पर फर्जीवाड़ा, तीन आरोपियों पर मुकदमा दर्ज
रामनगर। पीरूमदारा क्षेत्र में भूमि हड़पने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि विदेश में रह रहे व्यक्ति के नाम से फर्जी प्रमाणपत्र बनाकर करोड़ों की जमीन को खुर्द-बुर्द किया गया। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसमें एक आरोपी पूर्व में भाजयुमो का मंडल अध्यक्ष रह चुका है।
इस तरह रची गई साजिश
पीड़ित जसपाल सिंह, निवासी चंद्रपुर तिवाड़ी, ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनके पास बलबीर सिंह पुत्र चनन सिंह की भूमि की पावर ऑफ अटॉर्नी है। यह भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग से लगी हुई है और बलबीर सिंह लंबे समय से विदेश में रह रहे हैं। आरोप है कि उनकी गैरमौजूदगी का फायदा उठाते हुए गांव के ही राजेश पाल और चन्द्रशेखर उर्फ चंदन ने मुरादाबाद निवासी बलवीर के साथ मिलकर 2023 में षड्यंत्र रचा।
आरोपियों ने बलबीर सिंह के जाति और स्थायी प्रमाणपत्र में ऑनलाइन हेरफेर कर नाम बदलवाया और उसे बलबीर सिंह पुत्र चनन सिंह दर्शा दिया। इन दस्तावेजों के आधार पर आधार कार्ड सहित अन्य शासकीय प्रमाणपत्रों में भी फर्जी नाम दर्ज करा दिया गया।
करोड़ों की जमीन की रजिस्ट्री
इन फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर असली बलबीर सिंह की भूमि को कई लोगों के नाम पर रजिस्ट्री करा दी गई। यहां तक कि नकली बलबीर ने कुछ भूमि सीधे चंदन और अन्य लोगों को रजिस्ट्री कर दी। इसके बाद चंदन ने अपने नाम हुई जमीन का कुछ हिस्सा राजेश पाल की पत्नी के नाम दर्ज करा दिया।
रजिस्ट्री प्रक्रिया में चंदन और राजेश पाल स्वयं गवाह के रूप में शामिल हुए। इस पूरे फर्जीवाड़े के कारण करोड़ों की भूमि की हेराफेरी हो गई।
राजनीतिक कनेक्शन और पुलिस कार्रवाई
इस प्रकरण में आरोपी राजेश पाल पूर्व में भाजयुमो का मंडल अध्यक्ष रहा है। भाजपा के पीरूमदारा मंडल अध्यक्ष बलबीर सिंह रावत ने कहा कि जमीन के मामले में नाम आने के बाद राजेश पाल को पहले ही पद से हटा दिया गया था।
पुलिस ने राजेश पाल, चंदन और बलवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्रथमदृष्टया जांच के आधार पर तीनों के खिलाफ धारा 336(3), 338 और 340(2) के तहत केस दर्ज हुआ है। पुलिस का कहना है कि जांच प्रक्रिया गतिमान है और जल्द ही पूरे फर्जीवाड़े की परतें खोली जाएंगी।
