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नंदानगर त्रासदी : मां-बेटों समेत सात शव बरामद, रेस्क्यू जारी
नंदानगर/चमोली। चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र में अतिवृष्टि से आई आपदा ने भारी तबाही मचाई है। शुक्रवार शाम तक मलबे से सात शव बरामद किए जा चुके हैं। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगातार मलबा काटकर राहत-बचाव कार्य में जुटी हैं। गुरुवार को नरेंद्र सिंह और जगदंबा प्रसाद के शव निकाले गए थे, जबकि शुक्रवार को मां और दो मासूम बच्चों समेत पांच शव और बरामद हुए।
आपदा प्रभावित कुंतरी फाली, सैंती और धुर्मा गांवों में हेलीकॉप्टर से खाद्य सामग्री भी पहुंचाई गई। वहीं, मुख्यमंत्री शनिवार को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे। बुधवार रात करीब ढाई बजे बादल फटने और भूस्खलन से भारी मात्रा में मलबा गांवों में घुस आया था। इस आपदा में दस लोग लापता हो गए थे, जिनमें से आठ लोग एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। धुर्मा गांव के दो बुजुर्ग भी मलबे में दबकर लापता हैं। अब तक करीब 45 मकान, दुकानें और 15 गोशालाएं पूरी तरह तबाह हो चुकी हैं।
गुरुवार देर शाम तक चले अभियान में रेस्क्यू टीमों ने कुंवर सिंह को जिंदा बाहर निकालने में सफलता पाई थी। 18 घंटे संघर्ष के बाद बाहर निकाले गए कुंवर का अस्पताल में इलाज चल रहा है। हालांकि उन्हें अभी यह नहीं बताया गया है कि पत्नी कांता देवी (38) और दोनों बेटे विकास व विशाल (10-10 वर्ष) का शव शुक्रवार को मलबे से बरामद हो चुका है।
इसके अलावा, गुरुवार को जगदंबा प्रसाद का शव मिलने के बाद शुक्रवार को उनकी पत्नी भागा देवी (65) भी मृत पाई गईं। इसी दौरान दिलबर सिंह की पत्नी देवेश्वरी देवी (65) का शव भी निकाल लिया गया। गुरुवार को बरामद किए गए दो शवों में नरेंद्र सिंह पुत्र कुताल सिंह (40) शामिल थे। फिलहाल धुर्मा गांव के गुमान सिंह (75) और ममता देवी (38) लापता बताए जा रहे हैं। रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है और प्रशासन प्रभावित परिवारों तक राहत पहुंचाने के प्रयास तेज कर रहा है।
