स्नान सकुशल संपन्न कराने के लिए डीएम और एसएसपी ने ऋषिकुल ऑडिटोरियम में फोर्स को की ब्रीफिंग की
सम्पूर्ण मेला क्षेत्र पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से रखी जाएगी नजर
हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने रविवार को ऋषिकुल ऑडिटोरियममें 20 फरवरी को सोमवती अमावस्या स्नान पर्व के लिए नियुुक्त पुलिस/प्रशासनिक, जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट की संयुक्त ब्रीफिंग में प्रतिभाग किया। व्यवस्था की दृष्टि से सोमवती अमावस्या स्नान पर्व के लिये पूरे मेला क्षेत्र को पांच सुपर जोन, सोलह जोन तथा 39 सेक्टरों में विभाजित किया गया है।
जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने ब्रीफिंग को सम्बोधित करते हुये कहा कि सोमवती अमावस्या स्नान पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। उन्होंने निर्देश दिये कि जहां पर भी आपकी तैनाती की गयी है, उस तैनाती स्थल को आप अच्छी तरह से देख लें तथा जो भी व्यवस्थायें करनी हैं, उन्हें पूर्व में ही करना सुनिश्चित कर लें। उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था का उल्लेख करते हुये निर्देश दिये कि ट्रैफिक डायवर्जन की जो योजना बनाई गयी है, उसे कड़ाई से पालन करायें। उन्होंने पार्किंग ड्यूटी में तैनात जोनल तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं ट्रैफिक व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिये कि पार्किंग की व्यवस्थायें चुस्त व दुरूस्त रहनी चाहिये और हर रूट पर क्रेन की व्यवस्था की जाये ताकि अगर किसी की भी गाड़ी खराब होती है, तो यातायात बाधित नहीं होना चाहिये, इसका पूरा ध्यान रखा जाये।
जिलाधिकारी ने ब्रीफिंग में मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि मेला क्षेत्र के हरकीपैड़ी, रोड़ीबेलवाला, सिंहद्वार, चण्डीघाट, शंकराचार्य चैक आदि स्थानों पर, जिसमें डाॅक्टर, दवा, स्टाफ सहित सभी व्यवस्थायें हों, एम्बुलेंस की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें ताकि आपातकाल में जरूरतमन्दों को जिस तरह के इलाज की जरूरत हो, तुरन्त उपलब्ध कराया जा सके।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि सोमवती अमावस्या स्नान पर्व के दौरान यदि अगर आपातकालीन स्थिति पैदा होती है, तो मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों के लिये जो आपातकालीन प्लान तैयार किया गया है, उसका सभी अच्छी तरह से अध्ययन जरूर कर लें ताकि आपतकालीन स्थिति पैदा होने पर तुरन्त निर्णय लेकर सफल ढंग से आपात स्थिति का सामना किया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी आपस में समन्वय बनाये रखें तथा उम्मीद है कि विगत स्नान पर्वों की तरह सोमवती अमावस्या स्नान पर्व भी सफलतापूर्वके सम्पन्न होगा, जिसके लिये मेरी हार्दिक शुभकामनायें।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह ने ब्रीफिंग को सम्बोधित करते हुये कहा कि सोमवती अमावस्या स्नान पर्व इस वर्ष का दूसरा स्नान पर्व है। उन्होंने कहा कि हर स्नान पर्व की अपनी महत्ता व चुनौती होती है। उन्होंने कहा कि स्नान पर्व की ड्यूटी भी वीआईपी ड्यूटी की तरह ही होती है। प्रत्येक तैनाती स्थल पर आपको परिस्थितियों के अनुसार महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करना है।
सोमवती अमावस्या स्नान पर्व का जिक्र करते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस स्नान पर्व में महिला श्रद्धालुओं की ज्यादा संख्या होती है तथा वे अधिकतर सपरिवार स्नान के लिये आते हैं तथा घाटों में स्नान करने में समय भी ज्यादा लेते हैं एवं जो स्नान करने के पश्चात मन्दिरों-मंशादेवी, चण्डीदेवी आदि के दर्शन के लिये भी पहुंचते हैं। इसलिये आपको अन्य व्यवस्थाओं के साथ-साथ महिला फोर्स की तैनाती की व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान देना है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने ट्रैफिक व्यवस्था के सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देश दिये कि ज्यादा भीड़ होने पर दुर्घटनायें होने की सम्भावनायें बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा कि किस क्षेत्र से ट्रैफिक अधिक आ रहा है, का पूर्वानुमान लगाते हुये समय रहते डायवर्जन करना सुनिश्चित करें, क्योंकि आखिर में लिया गया निर्णय कारगर साबित नहीं होता है। उन्होंने कहा कि मेले तथा पर्वों के सुचारू संचालन के लिये ट्रैफिक मैनेजमेंट की महत्वपूर्ण भूमिका है।
जिलाधिकारी की तरह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भी आकस्मिक स्कीम का पूरा अध्ययन करते हुये अपनी तैनाती स्थल पर परिस्थितियों के अनुसार अपने दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश सम्बन्धित को दिये। उन्होंने कहा कि चाहे हाईवे हों, निकासी प्वाइण्ट हों या स्नान घाट कहीं पर भी अधिक क्राउड की स्थिति नहीं बननी चाहिये तथा स्नान घाटों में ऐसी व्यवस्था बनाई जाये कि एक स्थान पर अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा न होने पाये।
अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) श्री पी0एल0 शाह एवं पुलिस के अधिकारियों ने सोमवती अमावस्या स्नान पर्व को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के दृष्टिगत ट्रैफिक प्लान, तैनाती स्थल, आपसी समन्वय आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।
एसपी सिटी को प्रभारी अधिकारी नियुक्त
सम्पूर्ण मेले की पुलिस व्यवस्था हेतु एसपी सिटी को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है क्षेत्राधिकारी नगर, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर एवं प्रभारी चौकी हर की पैड़ी एवं शहर के अन्य संबंधित थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्र में गहनता से भ्रमण कर सांप्रदायिक सौहार्द कानून व्यवस्था भीड़ नियंत्रण वाहनों की पार्किंग व्यवस्था एवं डायवर्जन आदि की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के साथ साथ सभी व्यवस्थाएं समय से पूर्ण कराए जाने हेतु पूर्व में ही निर्देशित किया गया है। किसी स्थान पर कोई सांप्रदायिक समस्या परिलक्षित होती है तो उसका तत्काल निवारण कर लिया जाए।
डियूटी अधिकारियों और पुलिस बल के लिए निर्देश
विगत स्नाननो में देखा गया है कि सोमवती अमावस्या स्नान पर अचानक से भीड़ बढ़ जाती हैं जिससे हमें पहले से ही पूरी तैयारी करके रहना है l
- प्रत्येक जोनल अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में एक -एक वैकल्पिक मार्ग चयनित कर लेंगे जिससे भीड़ बढ़ने पर उसका प्रयोग किया जा सके l
- प्रत्येक पॉइंट पर नियुक्त पुलिसकर्मी का अपना एक महत्व है उसकी लापरवाही से कोई भी समस्या उत्पन्न हो सकती है इसलिए सभी लोग अपना महत्व ध्यान में रखते हुए अपनी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे l
- मनसा देवी चंडी देवी में ड्यूटी प्रभारी यह सुनिश्चित कर लेंगे की कतार में ही श्रद्धालु कर आगे बढ़ते रहें व्यवस्था को किसी भी दशा में बिगड़ने न दें जिससे भगदड़ मचने की संभावना रहती हैं ड्यूटी कर्मी अपना पॉइंट न छोड़ें l
- महिला घाट पर नियुक्त महिला कर्मी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें इस स्थान पर अधिक भीड़ की संभावनाएं रहती हैं क्योंकि प्रत्येक महिला एवं उसके परिजन उसी के आसपास रहते हैं वहां पर भीड़ होने से रोकना हैl
- स्नान के दौरान 8 घंटे की ड्यूटी की व्यवस्था बनाई गई है जिस हेतु प्रत्येक कर्मी को सही समय पर आकर 8 घंटे मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं होगी l
- स्नान के दौरान स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं के डूबने की संभावनाएं बनी रहती हैं जिस हेतु जल पुलिस की टीमें विभिन्न घाटों पर तैयारी के साथ नियुक्त रहेंगेl
- स्नान पर्व के दौरान हर की पैड़ी क्षेत्र भिखारियों को दूर किया जाए जिससे श्रद्धालुगण हर की पैड़ी क्षेत्र में आसानी से आवागमन कर सकेंl
- स्नान पर्व के दौरान अप्रिय घटनाओं की रोकथाम हेतु बम निरोधक दस्ते/श्वान दल की टीमें नियुक्त की गई है। जो निरंतर गतिमान रहेगी तथा संवेदनशील स्थानों पर चेकिंग करते रहेगी l
- क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण हेतु घुड़सवार पुलिस की दो टीमें नियुक्त की गई है। जो निरंतर गतिमान रहेगी l
- राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने हेतु यातायात योजना तैयार की गई है उसका पूर्ण रूप से पालन करवाया जाए l
- यातायात को सुचारू रूप से चलाए जाने हेतु पार्किंग का प्रयोग किया जाएगा साथ ही जो डायवर्जन बनाए गए हैं उन्हें बनाए गए यातायात प्लान के अनुसार लागू किया जाए उसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए l
- स्नान पर्व अवधि में जनपद में भारी वाहनों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा कोई ड्यूटी पर नियुक्त कर्मचारी अपने पॉइंट से बड़े वाहनों को नहीं छोड़ेंगे l
- ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस बल वाहनों को सड़क के किनारे किसी भी प्रकार से पार्क नहीं होने देंगे चाहे वह राष्ट्रीय राजमार्ग हो या अन्य मार्गों सभी वाहनों को निर्धारित किए गए पार्कों में भेजा जाए l
- घाटों पर नियुक्त ड्यूटी प्रभारी प्रातः 2:00 बजे ही घाटों पर सो रहे श्रद्धालुओं को जगा कर घाटों को खाली करा दिया जाए।
- समस्त कर्मचारीगण स्वच्छ वर्दी धारण करते हुए उच्च कोटि का अनुशासन बनाए रखेंगे।
- कोई भी अधिकारी/कर्मचारीगण प्रतिस्थानी के आने से पूर्व अपना ड्यूटी स्थल नहीं छोड़ेगा ड्यूटी पॉइंट छोड़ने से पूर्व अपने सेक्टर प्रभारी को अवश्य सूचित कराएंगे ।
- प्रत्येक सुपर जोनल/जोनल/ सेक्टर प्रभारी अपने-अपने जोन सेक्टर में नियुक्त पुलिस बल को भली-भांति ब्रीफ करना सुनिश्चित करेंगे। जो पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित होगा उसकी रिपोर्ट कंट्रोल रूम में कराएंगे जिससे कि समय रहते हुए उसकी बदली मेला सेल् से समय से भेजी जाएगी l
- जॉन/ सेक्टर प्रभारी/ सेक्टर मजिस्ट्रेट आपस में समन्वय बनाते हुए लाभप्रद सूचनाओं का समय-समय पर आदान प्रदान करते रहेंगे| साथ ही आज सांय तक संयुक्त रूप से अपने क्षेत्र के ड्यूटी प्वाइंटों का संयुक्त रूप से भ्रमण भी करेंगे l
- सभी लोग श्रद्धालुओं से मधुर व्यवहार बनाए रखेंगे, ड्यूटी के दौरान अनावश्यक मोबाइल का प्रयोग कदापि नहीं करेंगेl
- घाटों पर किसी भी श्रद्धालुओं को अनावश्यक न बैठने दिया जाए स्नान के बाद तुरंत उन्हें घाटों से बाहर उनके गंतव्य की और रवाना किया जाए|
- स्नान पर्व के दौरान आकस्मिकता के दृष्टिगत बनाई गई SOP की जानकारी होनी सभी को आवश्यक है हमें क्या करना है और क्या नहीं करना है l
- हर की पेडी एवं अन्य घाटों पर पर्याप्त मात्रा में रस्सा एवं डिवाइडर रखे जाएं जिससे भीड़ बढ़ने पर उनका प्रयोग करते हुए भीड़ को नियंत्रण का किया जा सके l
- हर रूट पर टोचन वाहन नियुक्त किया जाए जिससे की आवश्यकता पड़ने पर जाम की स्थिति आने पर खराब वाहन को तत्काल अन्यत्र शिफ्ट किया जा सके l
-;महत्वपूर्ण प्वाइंटों पर मेडिकल वाहन स्टाफ सहित नियुक्त होने चाहिए जिससे कि आवश्यकता पड़ने पर मौका पर ही श्रद्धालुओं को उपचार मिल सके l
स्नान को सकुशल संपन्न करवाने पुलिस बल नियुक्त किया
– अपर पुलिस अधीक्षक- 05,
– पुलिस उपाधीक्षक- 13,
– निरीक्षक/थानाध्यक्ष- 21,
– उपनिरीक्षक- 65, महिला उपनिरीक्षक 19, अ0उप0 – निरीक्षक पीटीसी- 143, अ0 गुल्म नायक- 40 पीएसी – 40, हे0 का0 प्रशिक्षु एटीसी- 220, मुख्य आरक्षी- 107, आरक्षी- 292, महिला आरक्षी- 74, निरी0 यातायात- 02, टीइसआई- 02, हे0का0 टीपी- 16, का0 टीपी- 27, अभिसूचना ईकाई- 12, बीडीएस/ डॉग स्क्वायड- 03 टीमें, घुड़सवार पुलिस- 02 टीम, 04 घोड़े, जल पुलिस- 20 कर्मचारी, पीएसी- 03 कंपनी, 02 प्लाटून, डेढ़ सेक्शन
ब्रीफिंग में रहे अधिकारी
अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री बीर सिंह बुदियाल, संयुक्त मजिस्ट्रेट भगवानपुर श्री आशीष मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी श्री बृजेश तिवारी, एस0पी0 सिटी श्री स्वतंत्र कुमार, एस0पी0 देहात एस0के0 सिंह, एस0पी0 क्राइम सुश्री रेखा यादव, एस0पी0 कम्यूनिकेशन,एस0पी0 ट्रैफिक, डिप्टी कमाण्डेंट पी0ए0सी0 श्री एस0एस0 पंवार, सचिव रेडक्रास डाॅ0 नरेश चैधरी, श्री मुकेश कुमार जिला पूर्ति अधिकारी, श्री के0के0 गुप्ता मुख्य शिक्षा अधिकारी, प्रशासन, पुलिस फोर्स सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।