अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन में पहुंचे भारतीय किसान मजदूर उत्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष
स्वामी शिवानंद सरस्वती को बनाया यूनियन का संरक्षक
हरिद्वार। मातृ सदन आश्रम जगजीतपुर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन के दूसरे दिन भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह विर्क ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जहां मातृ सदन के स्वामी शिवानंद का पसीना गिरेगा वहां भारतीय किसान मजदूर उत्थान के सदस्य अपना खून बहायेंगे। मातृ सदन की मांगों पर कार्रवाई के लिए सरकार को झुकना पड़ेगा। ऐसा नहीं होने पर यूनियन के सदस्य सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने स्वामी शिवानंद को यूनियन का संरक्षक बनाने की घोषणा की। मातृ सदन के संस्थापक स्वामी शिवानंद महाराज ने कहा कि गंगा, हिमालय और उत्तराखंड बचाने के लिए मातृ सदन में अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सरकार अपनी जिम्मेदारी से विमुख हो गई है। पहाड़ नष्ट हो रहे है। गंगा का जल सूखता जा रहा है। आपदा के चलते लोग पलायन कर रहे हैं। लेकिन सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार को जगाने के लिए सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन का उद्देश्य राज्य एवं केंद्र सरकार को अनियोजित विकास पर रोक लगाने का संदेश देना है। यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव इरशाद अली ने कहा कि मातृ सदन के संत सदैव सत्य की लड़ाई लड़ते आये है। स्वामी शिवानंद को यूनियन का संरक्षक बनाने से यूनियन का मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार पर्यावरण के संरक्षण के लिए बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रही है। मातृसदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती महाराज गंगा और सहायक नदियों और पर्यावरण संरक्षण, संवर्धन के लिए लंबे अरसे से संघर्ष कर रहे हैं। उनकी मांगों को लेकर सरकार को गंभीर होना पड़ेगा। भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन स्वामी शिवानंद महाराज के समर्थन में हमेशा हर स्तर पर संघर्ष करने के लिए तैयार रहेगी। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अश्वनी पाल, विनोद कश्यप , डॉ विजेंद्र चौहान, साजिद, दामोदर, प्रदीप, राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी, डी पी राय शुक्रा, अखिल, अक्षय चौधरी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।