अल्मोड़ा। मेडिकल कालेज के 12 सीनियर रेसिडेंशियल डॉक्टरो तबादला करने पर धर्मनिरपेक्ष युवा मंच ने विरोध किया है। अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के सीनियर रेसिडेंशियल डॉक्टरों के धरने को समर्थन देने के लिए धर्मनिरपेक्ष युवा मंच सयोंजक विनय किरौला डॉक्टरों के आमंत्रण पर धरना स्थल, बेस अस्पताल पहुचे।
विनय किरौला ने डॉक्टरों के तबादले के विरोध करते हुए, कहा कि करीब एक दशक के बाद प्रारम्भ हुए अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज पहले ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है। अधिकतर विभागों केवल एक स्पेशलिस्ट डॉक्टर के भरोसे चल रहा है। यदि अब उनका भी तबादला हो गया तो अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज एक बार फिर रेफर सेंटर बन जायेगा।करोड़ों रुपये से बना अल्मोड़ा मेडिकल कालेज अल्मोड़ा सहित बागेश्वर, सेराघाट,गणाई-गगोली सहित लाखों मरीजों के लिए एक मात्र बड़ा स्वास्थ्य केंद्र है।
किरौला ने कहा कि सरकार को नए मेडिकल कॉलेजों के लिए नए डॉक्टरों को नियुक्त करने की जरूरत है। उन मेडिकल कॉलेज से अतिरिक्त डॉक्टरों को नए खुले मेडिकल कॉलेज में नियुक्त करने चाहिए।
विनय किरौला ने आगे कहा कि मेडिकल कॉलेज से मिली जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज से यदि इन स्पेसीलिस्ट डॉक्टरों का तबादला कर दिया जाता है तो मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी में 98 प्रतिशत की कमी आ जायेगी।फैकल्टी के अभाव में एमसीआई द्वारा मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद्द हो जाएगी। सरकार व अल्मोड़ा के लिए जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण होगा।
अल्मोड़ा की स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ये अन्याय बर्दाश्त नही किया जाएगा।
यदि इन डॉक्टरों का तबादला रद्द नही किया जाता तो अल्मोड़ा की जनता अल्मोड़ा में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बड़े आंदोलन को मज़बूर हो जाएगी। डॉक्टरों के तबादले के विरोध में मंच के सयोंजक विनय किरौला,मीडिया प्रभारी मयंक पंत,सागर वर्मा,जगदीश नगरकोटी,श्याम कनवाल, सोनी टम्टा, राहुल कनवाल, वीरेंद्र कनवाल, रोहित कनवाल,अमित कनवाल,कर्तिकेय कनवाल,पंकज रौतेला,नंदन कनवाल,अमन कनवाल,अमित चौधरी आदि लोग मौजूद रहे ।