हरिद्वार। वन मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि आठ जनवरी को चीला में हुई दुर्घटना रैश ड्राइविंग (लापरवाही से वाहन चलाना) के कारण हुई। उन्होंने कहा कि हादसे का वीडियो देखकर लग रहा है कि चालक संभवत वाहन की गति कंट्रोल नहीं कर पाया। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वन मंत्री ने यह बातें हरिद्वार में वार्डन के अंतिम संस्कार के बाद मीडिया से बातचीत में कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार मुआवजा देगी, लेकिन इससे अधिकारियों की क्षति को पूरा नहीं किया जा सकता है।
चीला रेंज में इलेक्ट्रिक वाहन के ट्रायल के दौरान हादसे के बाद से लापता चल रहीं वार्डन आलोकी का शव गुरुवार को मिला। गुरुवार को ही खड़खड़ी श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंत्येष्टि पर श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। रिश्तेदारों, परिचितों, अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
अंत्येष्टि से पहले वन मंत्री सुबोध उनियाल, जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्ब्याल, राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के डायरेक्टर साकेत बडोला आदि ने वार्डन को श्रद्धांजलि अर्पित की। मालूम हो कि बीते सोमवार को इलेक्ट्रिक वाहन के ट्रायल के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण शैलेश घिल्डियाल (रेंज अधिकारी), प्रमोद ध्यानी (रेंजर), सैफ अली खान, कुलराज सिंह की मौत हो गई थी। वार्डन आलोकी शक्ति नहर में लापता हो गई थीं, जिनका शव गुरुवार को मिला।
रैश ड्राइविंग के कारण हुआ चीला हादसा, महिला वार्डन की अंत्येष्टि हुई
By
Posted on