हरिद्वार। आगामी 22 जनवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अयोध्या धाम में भव्य एवं दिव्य श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा तथा उद्घाटन समारोह के साथ ही अपनी पूर्णता को प्राप्त होने वाले इस ऐतिहासिक अध्यात्मिक महायज्ञ में देवभूमि हरिद्वार (उत्तराखण्ड) की ओर से एक आहुति इस अवसर के लिये विशेषरूप से तैयार किये गये बधाई गीत- 'बना प्रभु राम का मंदिर, बधाई है, बधाई है' के रूप में भी डाली गयी है।
यह बधाई गीत मासिक पत्रिका 'चेतना पथ' के संपादक तथा हरिद्वार के लोकप्रिय कवि एवं साहित्यकार श्री अरुण कुमार पाठक ने रचा और पंचपुरी के कुशल भजन गायकों को लेकर तैयार किया है। इस गीत को उनके साथ-साथ डीपीएस, रानीपुर के संगीत शिक्षक तथा ख्याति प्राप्त सुगम संगीत गायक श्री हेमंत पाठक, समाजसेवी श्रीमती सुमन पंत तथा डिवाइन लाइट स्कूल, जगजीतपुर की अध्यापिका श्रीमती सीमा धीमान ने अपने स्वरों से सजाया है। इसका संगीत दिनेश स्टूडियो तथा वीडियो स्वर गंगा स्टूडियो में तैयार किया गया है।
इस बधाई गीत को एक ओर जहाँ देशभर में देखा व सुना जा रहा है, वहीं अयोध्याधाम में माँ सरयू जी के तट पर स्थित स्वामी श्री चन्द्रदेव महादेव के त्रेतायुगीन मंदिर से भी इसका प्रसारण किया जा रहा है। श्री अरुण पाठक ने अपनी हाल की अयोध्या यात्रा के दौरान इस मंदिर के बारे में वहाँ के श्रीमहंत से प्राप्त जानकारी के आधार पर बताया, कि भगवान श्रीराम ने माता सीता व भाई भरत के साथ सरयू जी पार करने से पहले भगवान चन्द्रदेव महादेवजी की आराधना की थी। उन्होंने बताया कि अब तक वह इस गीत की प्रस्तुति अपने साथी कलाकारों के साथ हरिद्वार में पिछले दिनों सम्पन्न हुए अनेक कार्यक्रमों में कर चुके हैं, जिसमें विगत 15 जनवरी को हर की पैड़ी पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की अगुआई में सम्पन्न हुआ, हरिद्वार से अयोध्या तक की कलश यात्रा की रवानगी समारोह भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि, श्री अरुण कुमार पाठक ने इसके पूर्व हरिद्वार महाकुम्भ के अवसर पर सात गीतों की वीडियो एलबम 'सुनो माँ गंगा रही पुकार', पिछले वर्ष सावन काँवड़ यात्रा पर पाँच गीतों की आडियो एलबम 'बनूंगा मैं तो काँवड़िया' तथा गंगा सप्तमी के अवसर पर श्री गंगा अष्टोत्तरशतनाम' (गंगाजी के 108 नाम) की संगीतमय आडियो एलबम अपने स्वरों में जारी की थी। इसके अतिरिक्त कोरोनाकाल में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किये गये राष्ट्रव्यापी आह्वान को अक्षरशः अंगीकार करते हुए भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर 75 भारतीय स्वाधीनता सेनानियों की वीरगाथा पर आधारित सचित्र काव्य संकलन 'आज़ादी के परवाने' का प्रकाशन भी किया था, जिसे विश्व रिकार्ड के रूप में 'वर्ल्डवाइड बुक आफ रिकार्ड्स' में स्थान प्राप्त हुआ है। श्री अरुण पाठक ने इस सम्बन्ध में 'अमर उजाला' को बताया कि उनके इन सभी प्रकल्पों का उद्देश्य भारतीय संस्कृति तथा अध्यात्म को आगे बढ़ाना तथा स्थानीय विभूतियों, कलाकारों तथा उदीयमान प्रतिभाओं को अपनी पहचान बनाने के लिये एक मंच तथा अवसर प्रदान करना है।
श्रीराम मंदिर अनुष्ठान महायज्ञ में हरिद्वार की अनूठी आहुति, बधाई गीत ‘बना प्रभु राम का मंदिर’
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