भीमताल: सिलौटी में वन्यजीव हमले के बाद दहशत में जी रहे ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। वन विभाग ने बुधवार की रात एक बाघ को पकड़ लिया है। यह बाघ पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में लोगों को आतंकित कर रहा था। पकड़े गए बाघ को रानीबाग रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है।
गौरतलब है कि 25 नवंबर को सिलौटी में एक महिला पर वन्यजीव ने हमला कर दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद वन विभाग अलर्ट हो गया था और उसने बाघ को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया था। क्षेत्र में पांच पिंजरे और 35 ट्रैप कैमरे लगाए गए थे। ट्रैप कैमरों में बाघ की तस्वीरें कैद हुई थीं, जिसके बाद विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए और अधिक सतर्कता बरती।
जिला पंचायत सदस्य अनिल चनौतिया ने बताया कि बाघ को पकड़ लिया गया है, लेकिन क्षेत्र में मादा बाघिन होने का भी अंदेशा है। उन्होंने विभाग से क्षेत्र में नजर बनाए रखने की मांग की है। वन क्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी ने बताया कि बुधवार की रात पिंजरे में बाघ को पकड़ लिया गया है और उसे रानीबाग रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया है। पकड़ा गया बाघ नर है।
बाघ के पकड़े जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। हालांकि, वन विभाग अभी भी सतर्क है और क्षेत्र में निगरानी रख रहा है।
मुख्य बिंदु:
* सिलौटी में एक बाघ को पकड़ा गया।
* बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग ने विशेष अभियान चलाया था।
* बाघ के हमले में एक महिला की मौत हो गई थी।
* पकड़ा गया बाघ नर है और उसे रानीबाग रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है।
* जिला पंचायत सदस्य ने विभाग से क्षेत्र में नजर बनाए रखने की मांग की है।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है:
* यह खबर स्थानीय लोगों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनके लिए राहत की खबर है।
* यह खबर वन्यजीव संरक्षण के मुद्दे पर प्रकाश डालती है।
* यह खबर वन विभाग के कार्यों को उजागर करती है।
आगे क्या होगा:
* वन विभाग क्षेत्र में निगरानी रखेगा।
* मादा बाघिन की तलाश जारी रहेगी।
* पकड़े गए बाघ का रानीबाग रेस्क्यू सेंटर में इलाज होगा।