सुख-दुख से याराना लिखना,
हर दिन खोना-पाना लिखना,
प्रेम-भाव से अपना कहकर सबको गले लगाना लिखना,
सब कर्त्तव्य निभाना लिखना,
खुशियों भरा तराना लिखना,
लौटे जब फिर समय सुहाना,
जीवन का अफसाना लिखना।
देवेश द्विवेदी ‘देवेश’
सुख-दुख से याराना लिखना,
हर दिन खोना-पाना लिखना,
प्रेम-भाव से अपना कहकर सबको गले लगाना लिखना,
सब कर्त्तव्य निभाना लिखना,
खुशियों भरा तराना लिखना,
लौटे जब फिर समय सुहाना,
जीवन का अफसाना लिखना।
देवेश द्विवेदी ‘देवेश’