देहरादून
शर्मनाक! सेलाकुई में मौसा ने 10 वर्षीय भांजी से किया दुष्कर्म, गिरफ्तार; लोगों ने दुकान पर किया प्रदर्शन
उत्तराखंड के सेलाकुई में रिश्तों को तार-तार करने वाला मामला सामने आया है। सगे मौसा पर 10 वर्षीय भांजी के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। पुलिस ने आरोपी को पॉक्सो एक्ट में गिरफ्तार कर जेल भेजा। जानें लोगों के गुस्से और प्रदर्शन की पूरी खबर।
देहरादून। उत्तराखंड के सेलाकुई क्षेत्र से रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है। यहाँ एक सगे मौसा पर अपनी ही 10 वर्षीय भांजी के साथ बार-बार यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह घटना तब सामने आई जब बच्ची के दर्द से कराहने पर उसके स्कूल की अध्यापिका को शक हुआ।
स्कूल टीचर ने किया खुलासा
सहसपुर थाने के वरिष्ठ उपनिरीक्षक जितेंद्र पटेल ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि एक स्थानीय स्कूल की अध्यापिका शिकायत लेकर थाने पहुँची थीं। अध्यापिका ने बताया कि बच्ची ठीक से चल नहीं पा रही थी और वह दर्द से कराह रही थी। जब उसकी सहेलियों ने कारण पूछा, तो बच्ची ने बताया कि उसके मौसा ने उसके साथ ‘गलत काम’ किया है। पुलिस ने तुरंत बच्ची के साथ पढ़ने वाली अन्य छात्राओं से पूछताछ की, जिसके बाद शिकायत की पुष्टि हुई। पीड़िता ने बताया कि मौसा अक्टूबर माह से लगातार उसे धमकाकर यह घिनौना काम कर रहा था।
आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो में केस दर्ज
शिकायत की पुष्टि होते ही पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं के तहत, साथ ही दुष्कर्म और पॉक्सो अधिनियम (POCSO Act) की संबंधित धाराओं में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की। शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी को क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता की मेडिकल जांच की प्रक्रिया जारी है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि मौसा उसे किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देता था, इसी डर से उसने अपनी मौसी को भी यह बात नहीं बताई थी।
आक्रोशित लोगों ने दुकान पर किया प्रदर्शन
आरोपी की गिरफ्तारी के बावजूद, उसकी दुकान खुली रहने पर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अन्य लोगों ने आरोपी की दुकान के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। गुस्साए लोगों ने दुकान का फ्लैक्स बोर्ड गिरा दिया और फाड़ दिया। कुछ लोगों ने दुकान में तोड़फोड़ का भी प्रयास किया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुँची पुलिस ने कार्यकर्ताओं और लोगों को शांत कराया और कानून को हाथ में न लेने की अपील की।
