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धारचूला: गुंजी में चौपाल लगाकर बोले केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा – अब सीमांत गांव बनेंगे विकास और आत्मनिर्भरता के केंद्र
धारचूला। सीमांत क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सोमवार को गुंजी से हेलीकॉप्टर द्वारा देहरादून के लिए प्रस्थान किया। इससे पूर्व रविवार रात्रि उन्होंने वाइब्रेंट विलेज गुंजी में चौपाल लगाकर स्थानीय ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। ग्रामीणों ने पारंपरिक तरीके से उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
चौपाल में केंद्रीय मंत्री नड्डा ने गांव के लोगों से उनके हालचाल पूछे और सीमांत क्षेत्र में बसे नागरिकों की सराहना करते हुए कहा कि वे वास्तव में देश की सीमाओं के प्रहरी हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सीमावर्ती गांवों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए चलाई जा रही ‘वाइब्रेंट विलेज’ योजना की विशेष चर्चा की।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 के बाद देश के 600 से अधिक सीमांत गांवों में विकास की नई सुबह हुई है। अब इन गांवों को केवल सीमावर्ती क्षेत्र नहीं बल्कि पर्यटन, तीर्थाटन और सांस्कृतिक समृद्धि के केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और संचार सुविधाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे यहां के युवा भी देश-दुनिया से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकें।
नड्डा ने स्पष्ट किया कि अब वो समय चला गया जब सीमांत गांवों की उपेक्षा की जाती थी। उन्होंने कहा कि अब सरकार की नीतियों में इन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जा रही है और इसका लाभ यहां की पीढ़ियों को मिल रहा है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि स्थानीय लोगों की जरूरतों और समस्याओं को केंद्र सरकार गंभीरता से ले रही है और उन्हें दूर करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
उनकी इस यात्रा से सीमांत गांवों के लोगों में उम्मीद की एक नई किरण जगी है कि आने वाले समय में उनके क्षेत्र भी विकास की मुख्यधारा से मजबूती से जुड़ेंगे।
