हरिद्वार
हरिद्वार में ‘ग्रंथ शोभायात्रा’ से विराट गीता महोत्सव का शुभारंभ, भव्य शोभायात्रा के साथ नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत भक्ति महायज्ञ शुरू
हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में अध्यात्म चेतना संघ (रजि०) द्वारा आयोजित होने वाले नौ दिवसीय विराट गीता महोत्सव एवं श्रीमद्भागवत भक्ति महायज्ञ का भव्य शुभारंभ हो गया है। रविवार, 13 दिसंबर 2026 को शास्त्रोक्त कलश पूजन के बाद गंग नहर, जटवाड़ा पुल (ज्वालापुर) से गोविन्द घाट तक बैंड-बाजों के साथ एक विशाल ग्रंथ शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा महायज्ञ के आरंभ का प्रतीक बनी।
इस दिव्य कलश यात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। महायज्ञ के 108 यजमानों के अलावा सैकड़ों श्रद्धालु महिलाएँ गंगाजल से भरे कलश लेकर यात्रा में शामिल हुईं। इस अवसर पर कई संतों, महापुरुषों, समाज सेवियों और जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति ने शोभायात्रा की गरिमा बढ़ा दी। प्रमुख रूप से महंत किशन दास (घनश्याम भवन आश्रम), महंत प्रेम नारायण दास जी, पूर्व एसएसपी अरविंद शर्मा, शिक्षाविद भारत भूषण शर्मा, पार्षद शिवम श्रोत्रिय, सुधीश श्रोत्रिय (व्यापार संघ अध्यक्ष) और समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा उपस्थित रहे।
अध्यात्म चेतना संघ के संस्थापक तथा कथा व्यास आचार्य करुणेश मिश्र के सान्निध्य में संस्था के पदाधिकारी और सदस्य भी मौजूद थे, जिनमें महामंत्री बृजेश शर्मा, उपाध्यक्ष अर्चना तिवारी वर्मा, योगाचार्य विशाल शर्मा, सरदार अशोक वशिष्ठ और रश्मि धीमान जैसे नाम शामिल हैं।
संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण प्रतिदिन दोपहर 2:00 बजे ज्वालापुर स्थित मोती महल मंडपम के सभागार में कराया जाएगा।
पुरस्कार एवं सम्मान समारोह:
उन्होंने बताया कि महोत्सव का मुख्य आकर्षण रविवार, 21 दिसंबर को होने वाला विराट गीता महोत्सव होगा। इस अवसर पर श्रीमद्भागवत गीता के प्रचार-प्रसार में विशिष्ट योगदान देने वाले एक महानुभाव को ‘गीतारत्न’ सम्मान से विभूषित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए पाँच नगर विभूतियों को ‘हरिद्वार गौरव सम्मान’ से नवाजा जाएगा।
साथ ही, पिछले माह आयोजित श्रीमद्भागवत गीता ज्ञान प्रतियोगिता के विजेता विद्यार्थियों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय और प्रोत्साहन पुरस्कारों से पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जाएगा।
