नौ महीने से अंतरिक्ष में फंसे नासा (NASA) के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर आखिरकार सुरक्षित धरती पर लौट आए हैं। उनके साथ अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री निक हैग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी वापस आए हैं। ये सभी स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल ‘फ्रीडम’ के जरिए मंगलवार को फ्लोरिडा के तट पर गल्फ ऑफ मेक्सिको में सुरक्षित लैंड हुए। पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते समय ‘फ्रीडम’ कैप्सूल ने लगभग 3000 डिग्री फारेनहाइट (1650 डिग्री सेल्सियस) तक के अत्यधिक तापमान का सामना किया और पैराशूट की मदद से सुरक्षित लैंडिंग की। लैंडिंग के बाद एक रिकवरी वेसल ने चारों अंतरिक्ष यात्रियों को निकालकर ह्यूस्टन स्थित नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर पहुंचाया, जहां वे अब 45 दिनों की पुनर्वास प्रक्रिया से गुजरेंगे ताकि वे माइक्रोग्रैविटी के प्रभाव से पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल हो सकें।
मिशन में आई तकनीकी खराबी
बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को पिछले साल जून में बोइंग के स्टारलाइनर यान से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए भेजा गया था। उनका मिशन केवल 8 दिनों का था और उनका उद्देश्य यान की सुरक्षा जांचना था। हालांकि, प्रणोदन प्रणाली में खराबी के कारण यह मिशन असफल हो गया और यान को यात्रियों के बिना ही पृथ्वी पर लौटना पड़ा। इसके कारण विल्मोर और विलियम्स को अंतरिक्ष में रहना पड़ा। नासा ने इन दोनों को वापस लाने के लिए स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन का सहारा लिया, जो सितंबर में ISS पहुंचा।
क्रू-9 ने लिया भावुक विदाई
रविवार को क्रू-9 के सदस्यों ने अपने ISS सहयोगियों से भावुक विदाई ली और उनकी जगह अब क्रू-10 ने ली है। घर लौटने की तैयारी में निक हैग ने कहा, “जो साथी अंतरिक्ष स्टेशन पर रह गए हैं, हम उनका इंतजार करेंगे। क्रू-9 अब घर लौट रहा है।”
पुनर्वास की प्रक्रिया होगी शुरू
यह मिशन अंतरिक्ष यात्रियों के लिए अत्यधिक चुनौतीपूर्ण रहा। नौ महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद सुरक्षित वापसी के साथ यह मिशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। अब ये अंतरिक्ष यात्री पुनर्वास के बाद सामान्य जीवन में लौटने की तैयारी करेंगे।
