हल्द्वानी
हल्द्वानी में मृत व्यक्ति को दिखाया जिंदा, जमीन और दुकान पर फर्जी दस्तावेजों से किया कब्जा, चार पर मुकदमा दर्ज
हल्द्वानी। शहर में एक चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है, जहां एक मृत व्यक्ति को जीवित दिखाकर उसकी जमीन और दुकान को धोखे से हड़प लिया गया। यह सनसनीखेज मामला तब उजागर हुआ जब मृतक के बेटे ने विरासत के आधार पर नामांतरण के लिए तहसील में आवेदन किया और उसे पता चला कि उसके पिता की संपत्ति पहले ही किसी और के नाम हो चुकी है।
गौजाजाली उत्तर निवासी नाजुक जहां, जो कि दिवंगत मो. राशिद की पत्नी हैं, ने पुलिस में तहरीर देकर आरोप लगाया है कि मोहन सिंह सम्मल, निर्मला सम्मल, देव सिंह और सत्यम बिष्ट ने षड्यंत्र के तहत फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनके पति की संपत्ति हड़प ली। नाजुक जहां के अनुसार, मो. राशिद ने वर्ष 2002 में ग्राम मानपुर उत्तर, रामपुर रोड में एक जमीन खरीदी थी। 29 मई 2022 को उनका निधन हो गया था। इसके बावजूद, आरोपियों ने 10 अप्रैल 2023 को एक फर्जी मुख्तारनामा तैयार कर लिया और 17 मई 2023 को जमीन और दुकान अपने नाम करवा ली।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि फर्जी दस्तावेजों में मृतक राशिद को जीवित दिखाया गया और उनके हस्ताक्षर भी दर्शाए गए, जबकि उनका देहांत एक साल पहले हो चुका था। पीड़िता नाजुक जहां ने बताया कि जब उनका बेटा वसीम विरासत के आधार पर जमीन अपने नाम कराने तहसील पहुंचा, तो उसे पता चला कि उक्त संपत्ति पहले ही निर्मला सम्मल के नाम दर्ज हो चुकी है।
इसके बाद वसीम ने तहसीलदार के समक्ष आपत्ति दर्ज की और मामले की जांच शुरू हुई। 12 सितंबर 2024 को नामांतरण आदेश पर निषेधाज्ञा जारी कर दी गई। पीड़ित परिवार ने अदालत को बताया कि जब आरोपियों से स्पष्टीकरण मांगा गया, तो उन्होंने फर्जी वसीयतें और इकरारनामे पेश किए, जिनमें मृतक के नाम और फर्जी हस्ताक्षर शामिल थे।
कोतवाली पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और षड्यंत्र की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
