हल्द्वानी
हल्द्वानी : गीता-अनिल दंपति ने साजिश के तहत की तरुण रावत की पत्थर से हत्या, प्रेम प्रसंग और पैसे के लेनदेन का खुलासा
हल्द्वानी। गौजाजाली में शुक्रवार रात हुई 28 वर्षीय तरुण रावत की हत्या का खुलासा रविवार को पुलिस ने कर दिया। पुलिस के मुताबिक हत्या का मुख्य कारण पैसे का लेनदेन और प्रेम प्रसंग था। आरोपी दंपति गीता साहू और उसका पति अनिल साहू ने तरुण को पैसे लौटाने का झांसा देकर घर बुलाया और उसकी सोते वक्त पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी।
एसओ नीरज भाकुनी ने बताया कि तरुण का राजुपरा, राजेंद्रनगर निवासी गीता साहू के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। गीता ने पति से तलाक दिलवाने और तरुण से शादी करने का झांसा देकर तरुण से पैसे ऐंठे थे। तरुण को शक हुआ कि गीता और उसका पति दोनों उसका फायदा उठा रहे हैं। उसने गीता से खर्च किए पैसों की वापसी की मांग की। इसी से गीता और अनिल ने तरुण को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
शुक्रवार रात करीब 11:30 बजे गीता ने बच्चों को नानी के घर भेज दिया। इसके बाद तरुण को फोन कर घर बुलाया, जहां अनिल पहले से मौजूद था। तरुण ने पैसे मांगे तो गीता ने उसे रात में वहीं रुकने की सलाह दी, क्योंकि रात काफी हो चुकी थी। तरुण बालकनी में सो गया। रात डेढ़ बजे अनिल ने एक बड़ा पत्थर उठाया और तरुण के सिर पर पांच बार वार कर उसकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपी दंपति ने लाश को बालकनी में ही छोड़ दिया। रविवार को मृतक के पिता राधेश्याम रावत की तहरीर पर वनभूलपुरा पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पेशेवर अपराधियों का भी पर्दाफाश
एसओ मुखानी दिनेश जोशी ने बताया कि अलग मामलों में अशरफ और अकील अहमद पेशेवर अपराधी हैं। अशरफ पर यूएस नगर में 24 और यूपी के पीलीभीत-बरेली में 10 मुकदमे दर्ज हैं। वहीं अकील पर यूएस नगर में 14 और यूपी के पीलीभीत-बरेली में 11 मुकदमे हैं। दोनों हिस्ट्रीशीटरों पर गैर इरादतन हत्या, चोरी, स्नेचिंग, अवैध हथियार रखने जैसे संगीन आरोप दर्ज हैं। इसके अलावा आरोपी मानु और धर्मेंद्र भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
पुलिस ने बताया कि तरुण की हत्या पूरी तरह से सोची-समझी साजिश के तहत की गई। पैसे के लेनदेन और प्रेम प्रसंग इस हत्याकांड की मुख्य वजह बने। पुलिस ने रविवार को दोनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
