देहरादून
देवभूमि की डेमोग्राफी से समझौता नहीं: मुख्यमंत्री धामी का सख्त संदेश, जनसहयोग की अपील
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। प्रदेश की डेमोग्राफी को सुरक्षित रखने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने दो टूक कहा कि देवभूमि के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा और जबरन धर्मांतरण व जनसंख्या असंतुलन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री रविवार शाम गढ़ीकैंट स्थित डीएसओआई सभागार में आयोजित “विकसित उत्तराखंड @2047 – सामूहिक संवाद: पूर्व सैनिकों के साथ” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण और डेमोग्राफिक बदलाव जैसे संवेदनशील मामलों में सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों को जनसहयोग की आवश्यकता है।
कांवड़ यात्रा के संदर्भ में सीएम धामी ने प्रतिष्ठानों पर नेमप्लेट लगाने के निर्देश को उचित ठहराया और इसे पारदर्शिता का प्रतीक बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह किसी धर्म विशेष के विरोध में नहीं बल्कि कानून व्यवस्था और सामाजिक समरसता को बनाए रखने की दिशा में एक जरूरी कदम है।
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार द्वारा लिए गए कठोर फैसलों का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तराखंड पहला राज्य है जहां सख्त दंगा विरोधी कानून लागू किया गया है, साथ ही भूमि अतिक्रमण पर भी प्रभावी कार्रवाई हुई है। समान नागरिक संहिता (यूसीसी) और नकल विरोधी कानून जैसे साहसिक निर्णयों की भी देशभर में सराहना हो रही है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने पूर्व सैनिकों से संवाद किया और राज्य के समग्र विकास को लेकर उनके सुझाव मांगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार जनभावनाओं का सम्मान करते हुए आगे भी ठोस कदम उठाएगी।
