उत्तराखण्ड
उत्तराखंड में ‘सूखी ठंड’ का अटैक जारी, पाला-कोहरा बढ़ाएगा ठिठुरन; 30 नवंबर तक राहत नहीं!
उत्तराखंड में सूखी ठंड और पाले से फिलहाल राहत के आसार कम हैं। मौसम विभाग के अनुसार 30 नवंबर तक मौसम शुष्क रहेगा, जिससे पाला और कोहरा लोगों की परेशानी बढ़ाएगा। जानें ताजा अपडेट।
देहरादून। उत्तराखंड में ‘सूखी ठंड’ का असर अब भी बरकरार है, जिसके कारण लोगों को कंपकंपी का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में बारिश न होने से पहाड़ों पर पाला (Frost) और मैदानी इलाकों में घना कोहरा (Fog) न सिर्फ ठंड बढ़ाएगा, बल्कि आवाजाही में भी बड़ी परेशानी पैदा करेगा। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, आज पर्वतीय इलाकों में पाला पड़ने की संभावना है। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।
30 नवंबर तक शुष्क रहेगा मौसम
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में ठंड से राहत मिलने के आसार कम हैं। पूर्वानुमान के मुताबिक, 30 नवंबर तक पूरे प्रदेश भर में मौसम शुष्क (Dry) बना रहेगा। इसका मतलब है कि बारिश की कोई संभावना नहीं है, जिससे सूखी ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। हालांकि, दिन के समय प्रदेश भर में चटक धूप खिलने की उम्मीद है, जो दिन में थोड़ी राहत देगी, लेकिन रातें ठंडी बनी रहेंगी।
तापमान में उतार-चढ़ाव दर्ज
सोमवार को राजधानी देहरादून सहित मैदानी इलाकों में चटक धूप खिलने से दिन के समय ठंड से कुछ हद तक राहत मिली। इसके चलते अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री बढ़कर 25.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हालांकि, रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री की कमी के साथ 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो रात की ठंड को दर्शाता है। उधर, पर्वतीय क्षेत्रों में दिन के तापमान में सामान्य से एक-दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।
पाला और कोहरा बनेगा चुनौती
पहाड़ों पर पाले की वजह से सड़कों पर फिसलन बढ़ सकती है, जबकि मैदानी इलाकों में घना कोहरा यातायात को प्रभावित करेगा। खासकर सुबह और देर शाम यात्रा करने वालों के लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण होगी। स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे सुबह और शाम की यात्रा के दौरान विशेष सावधानी बरतें। फिलहाल 30 नवंबर तक लोगों को इसी शुष्क और कड़ाके की ठंड के साथ जीना होगा।
