हल्द्वानी
अनुशासनहीनता पर गिरी गाज: भाजयुमो महामंत्री विपिन पांडे पद से मुक्त, सक्रिय सदस्यता भी रद्द
हल्द्वानी। भाजपा युवा मोर्चा (भाजयुमो) प्रदेश महामंत्री विपिन पांडे को पार्टी अनुशासन तोड़ना भारी पड़ गया। उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे को लेकर एसएसपी दफ्तर पर धरना देने को पार्टी ने अनुशासनहीनता मानते हुए उन्हें पद से मुक्त कर दिया है। यही नहीं, उनकी संगठन की सक्रिय सदस्यता भी रद्द कर दी गई है।

भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष शशांक रावत ने मीडिया को जारी पत्र में बताया कि यह कार्रवाई भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट के निर्देश पर की गई। उन्होंने कहा कि लंबे समय से विपिन पांडे के खिलाफ संगठन में अनुशासनहीनता को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। मामला पार्टी हाईकमान के संज्ञान में आने के बाद इस पर गंभीरता से विचार हुआ और कार्रवाई की गई। इस संबंध में जारी पत्र की प्रति भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार और प्रदेश प्रभारी युवा मोर्चा शैलेन्द्र बिष्ट को भेजी गई है।
इधर, विपिन पांडे ने अपने खिलाफ हुई कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नशे के अवैध कारोबार को लेकर चलाए गए आंदोलन की वजह से उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने पार्टी में किसी तरह की अनुशासनहीनता नहीं की है। पांडे ने तंज कसते हुए कहा, “अगर एसएसपी भाजपा पदाधिकारी हैं तो मैं निशब्द हूं। धरना देना अगर अपराध है तो 7 सितंबर को भाजपा विधायक, मेयर और जिला महामंत्री ने भी यही अपराध किया था।”
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें केवल दायित्व से मुक्त किया गया है, लेकिन भाजपा की सदस्यता उनसे कोई नहीं छीन सकता। “मैं आज भी भाजपा का सदस्य हूं और रहूंगा।”
