16 दिन से सुशीला तिवारी अस्पताल में चल रहा था इलाज, युवक के पेट में धारदार हथियार के वार का था निशान
हल्द्वानी। हल्द्वानी में उपद्रव के दिन घायल हुए युवक की 17वें दिन सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। युवक के पेट में किसी ने धारदार हथियार से वार किया गया था। उसकी आंतें बाहर आ गई थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
नई बस्ती ताज मस्जिद निवासी अलबशर (18) पुत्र अब्दुल माजिद सब्जी का ठेला लगाता था। अलबशर के चाचा मो. नाजिम निवासी नई बस्ती लाइन नंबर 16 ने बताया कि उपद्रव के दिन आठ फरवरी को अलबशर रोज की तरह ठेला लेकर घर आ रहा था। रात करीब आठ बजे परिवार को सूचना मिली कि लाइन नंबर 17 लाल मस्जिद के पास अलबशर गिरा पड़ा है। उसका पेट फटा हुआ है। आंतें बाहर आ गई हैं। कहा कि सूचना पर पहुंचे अलबशर के पिता अब्दुल माजिद बेटे को सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर पहुंचे।
बताया कि अलबशर के पेट में धारदार हथियार से हमला किया गया था। 17 दिन चले इलाज के दौरान सुशीला तिवारी अस्पताल में अलबशर के कई ऑपरेशन हुए। रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। अलबशर का शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है। सोमवार को डॉक्टरों के पेनल और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। अलबशर के घर में उसके माता-पिता, बड़ी बहन और एक छोटा भाई है। वह सब्जी बेचकर घर का खर्चा चलाता था। उसके पिता लोहे की अलमारी बनाने का काम करते हैं। युवक के चाचा मोहम्मद नाजिम ने बताया कि अलबशर को किसने मारा, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
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