देहरादून
PM दौरे से पहले बड़ा एक्शन: देहरादून में 2 बांग्लादेशी महिलाएँ गिरफ्तार, अवैध घुसपैठ का पर्दाफाश
देहरादून में सुरक्षा एजेंसियों ने 2 अवैध बांग्लादेशी महिलाओं को पकड़ा, जो भारतीय पुरुषों से शादी कर रह रही थीं। पीएम मोदी के संभावित दौरे के मद्देनजर चलाए गए सत्यापन अभियान में हुआ खुलासा। पूरी खबर, विवरण और पुलिस की बड़ी कार्रवाई जानें।
देहरादून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संभावित कार्यक्रम के मद्देनजर देहरादून पुलिस ने शहर में सघन चेकिंग और सत्यापन अभियान तेज कर दिया है। इसी कड़ी में, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के निर्देशों पर, पटेलनगर क्षेत्र में एक बड़ी कार्रवाई की गई है। इस अभियान के दौरान, दो ऐसी महिलाओं को पकड़ा गया है जो अवैध रूप से सीमा पार कर भारत में घुसपैठ करके रह रही थीं।
भारतीय पुरुषों से की थी शादी, बांग्लादेशी पहचान पत्र बरामद
कोतवाली पटेलनगर क्षेत्र में स्थानीय पुलिस और एलआईयू की संयुक्त टीम ने संस्कृति लोक कॉलोनी में संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश के दौरान दो महिलाओं को रोका। गहन पूछताछ और तलाशी में पता चला कि ये दोनों महिलाएँ बांग्लादेश की नागरिक हैं और उन्होंने अवैध रूप से भारतीय सीमा में प्रवेश किया था। उनके फोन से उनके बांग्लादेशी पहचान पत्र भी बरामद हुए हैं। पूछताछ में यह भी सामने आया कि दोनों ने भारतीय पुरुषों से विवाह किया था और देहरादून व सहारनपुर जैसे शहरों में अपनी पहचान छिपाकर रह रही थीं।
एक महिला का पति टैक्सी चालक है और दूसरी का पति कारपेंटर।
अवैध घुसपैठ पर जारी रहेगी कड़ी कार्रवाई
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि दोनों गिरफ्तार महिलाओं के खिलाफ नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जा रही है और उन्हें जल्द ही बांग्लादेश डिपोर्ट किया जाएगा। सत्यापन अभियान आगे भी जारी रहेगा ताकि राज्य में अवैध रूप से रह रहे सभी विदेशी नागरिकों की पहचान की जा सके। यह कार्रवाई दिखाती है कि उत्तराखंड पुलिस राज्य की शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसे सभी व्यक्तियों को चेतावनी दी है जो अवैध रूप से भारत में रह रहे हैं या उन्हें संरक्षण दे रहे हैं।
देहरादून बना अवैध घुसपैठ का ठिकाना, पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
दोनों महिलाओं—स्वाति उपाध्याय उर्फ मरियम और शिवली अख्तर उर्फ जॉली—ने अलग-अलग समय पर अवैध रूप से भारत में आने की बात स्वीकार की है। वे दोनों दिल्ली में मिलीं और फिर एक साथ देहरादून आ गईं। यह गिरफ्तारी उत्तराखंड में सुरक्षा के मोर्चे पर एक गंभीर चिंता को उजागर करती है, जहाँ अवैध घुसपैठिए अपनी पहचान छिपाकर लंबे समय से रह रहे हैं। एसएसपी देहरादून के कड़े निर्देशों पर पूर्व में भी 7 अन्य बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि 7 को डिपोर्ट किया गया था।
