हल्द्वानी
दिल्ली ब्लास्ट: आतंकी उमर के कॉल डिटेल से बड़ा खुलासा! हल्द्वानी से इमाम गिरफ्तार
दिल्ली ब्लास्ट मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। आतंकी उमर के कॉल डिटेल के आधार पर हल्द्वानी से बिलाली मस्जिद के इमाम को हिरासत में लिया गया। जानें क्या है इस गिरफ्तारी की पूरी कहानी और बनभूलपुरा में क्यों बढ़ी सुरक्षा?
हल्द्वानी। दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट मामले की जाँच में जुटी दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। आतंकी गतिविधियों में शामिल मुख्य आरोपी उमर के मोबाइल के कॉल डिटेल्स की गहन जाँच के बाद, शुक्रवार देर रात दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम और एलआईयू ने उत्तराखंड के हल्द्वानी में दबिश दी। इस कार्रवाई में हल्द्वानी के संवेदनशील मुस्लिम बहुल इलाके बनभूलपुरा में स्थित बिलाली मस्जिद के इमाम को हिरासत में लिया गया और उसे आगे की पूछताछ के लिए दिल्ली ले जाया गया।
उमर के कॉल डिटेल्स बने गिरफ्तारी का आधार
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 10 नवंबर के आत्मघाती कार ब्लास्ट को अंजाम देने वाले आतंकी डॉ. उमर नबी के मोबाइल के कॉल रिकॉर्ड खंगालने पर हल्द्वानी के इस इमाम से संपर्क होने का सुराग मिला। यह गिरफ्तारी मामले में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकती है, जिससे आतंकी नेटवर्क के स्थानीय संपर्कों और लॉजिस्टिक सपोर्ट का खुलासा होने की उम्मीद है। दिल्ली पुलिस की टीम ने अत्यधिक गोपनीयता बरतते हुए यह कार्रवाई की और इमाम को तुरंत राष्ट्रीय राजधानी ले गई।
बनभूलपुरा में बढ़ी सुरक्षा, स्थानीय लोग सहमे
इमाम को उठाए जाने के बाद, बनभूलपुरा क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस प्रशासन तुरंत अलर्ट हो गया। शनिवार सुबह होते ही एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल, सीओ लालकुआं दीपशिखा अग्रवाल और चार थानों की पुलिस फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई। बिलाली मस्जिद और इमाम के आवास के पास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। अचानक बड़ी संख्या में पुलिस बल को देखकर स्थानीय लोग सहम गए। एसपी सिटी कत्याल ने पुष्टि की कि दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई की है और एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है।
मुख्य आरोपी आमिर राशिद अली NIA रिमांड पर
गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस आतंकी हमले की जाँच कर रही है, जिसमें 13 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। एनआईए ने मामले के मुख्य साजिशकर्ता आमिर राशिद अली को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। एनआईए ने कोर्ट में दावा किया था कि आमिर राशिद अली ने आत्मघाती हमलावर उमर नबी को सुरक्षित ठिकाना और अन्य लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की थी। इस नवीनतम गिरफ्तारी से जाँच एजेंसी को इस आतंकी मॉड्यूल की जड़ों तक पहुँचने में मदद मिलेगी।
