लंग कैंसर और हार्ट अटैक व स्ट्रोक का खतरा, 300 से भी ज्यादा केमिकल्स होते हैं रिलीज
महिलाओं की प्रेग्नेंसी पर डालता है असर, कंसीव करने में करना पड़ता है दिक्कतों का सामना
हल्द्वानी। स्मोकिंग एक ऐसी आदत है, जिसका नुकसान सिर्फ पीने वाले को ही नहीं, बल्कि आसपास रहने वालों को भी झेलना पड़ता है। कई लोगों के लिए ये टेंशन रिलीज करने का जरिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि सिगरेट में तंबाकू होता है, जिसमें एक पदार्थ निकोटिन होता है और यही एडिक्शन की वजह बनता है।
सिगरेट के धुएं के माध्यम से हमारी बॉडी में जाकर यह हमारे ब्रेन और नर्व्स पर असर डालता है। जिससे अच्छा और रिलैक्स फील होता है। फिर हमारा मन बार-बार स्मोकिंग करने का होता है, लेकिन हर बार स्मोकिंग करने से पहली बार जितना अच्छा नहीं फील होता और लोग उसी एहसास को महसूस करने के लिए और ज्यादा सिगरेट पीने लगते हैं। इस तरह से इसकी लत लग जाती है। जिसके बाद इसे छोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है।
जब सिगरेट का तंबाकू जलता है, तो कई सारी खतरनाक गैसें रिलीज होती हैं, जिसमें कार्बन मोनोक्साइडड, सल्फर ऑक्साइड जैसी और भी गैसें शामिल हैं। ये गैसें हमारी बॉडी में पहुंचकर सांस की नलियों और फेफड़ों को डैमेज करना शुरू कर देती हैं। इससे सीपीओडी के साथ अस्थमा के लक्षण भी उभर सकते हैं। साथ ही बहुत ज्यादा बलगम की दिक्कत भी हो सकती है। इसके अलावा 300 से भी ज्यादा केमिकल्स रिलीज होते हैं, जो कैंसर की वजह बन सकते हैं।
स्मोकिंग लंग कैंसर की सबसे बड़ी वजह है। स्मोकिंग के कारण जो धुआं फेफड़ों में जाता है, उसमें कुछ ऐसे अधजले कण भी शरीर में गहराई में पहुंचकर ब्लड वेसेल्स में चले जाते हैं और उन्हें ब्लॉक करना शुरू कर देते हैं, जिससे हार्ट अटैक व स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं पैरों की नसों के ब्लॉक होने से गैंगरीन की प्रॉब्लम हो सकती है।
ऐसा नहीं है कि महिलाओं में स्मोकिंग के कुछ कम नुकसान देखने को मिलते हैं। उन्हें भी ऐसे ही खतरे होते हैं। साथ ही साथ स्मोकिंग से उनकी फर्टिलिटी पर भी बुरा असर पड़ता है। अगर कोई महिला प्रेग्नेंट है, तो उस दौरान स्मोकिंग करने से बच्चे की सेहत भी प्रभावित होती है। अगर आप प्रेग्नेंट नहीं हैं, तो आगे चलकर आपको कंसीव करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
स्मोकिंग से होने वाले नुकसान के लक्षण
• लंग्स डैमेज होने से थकान महसूस होना
• बहुत ज्यादा बलगम बनना
• शरीर में दर्द रहना
• सुबह के समय खांसी और खांसी में खून आना
• वजन कम होना
• सांस फूलना