देहरादून
देहरादून में जबरन धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़: पाकिस्तान और दुबई से हुआ ब्रेनवॉश, सोशल मीडिया के जरिए युवतियों को बनाया शिकार
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में जबरन धर्मांतरण के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसके तार पाकिस्तान, दुबई और यूके तक जुड़े पाए गए हैं। पुलिस जांच में यह सामने आया है कि देहरादून में पढ़ाई के लिए आई दो युवतियों का ब्रेनवॉश पाकिस्तान से ऑनलाइन माध्यम से किया गया और उन्हें धीरे-धीरे कट्टरपंथी विचारधारा की ओर ढकेला गया। इस पूरे नेटवर्क में सोशल मीडिया, धार्मिक साहित्य, विदेशी फंडिंग और स्थानीय सहयोगियों की बड़ी भूमिका रही।
एसएसपी अजय सिंह ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि रानीपोखरी निवासी एक व्यक्ति ने 18 जुलाई को अपनी 21 वर्षीय बेटी के जबरन धर्मांतरण के प्रयास की शिकायत प्रेमनगर थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने जब इस मामले की गहराई से जांच की तो सामने आया कि युवती को 2022 से ब्रेनवॉश किया जा रहा था। इस साजिश में पाकिस्तान निवासी मौलवी तनवीर अहमद, दुबई निवासी तहसीन और देहरादून निवासी सुलेमान अहम भूमिका निभा रहे थे।
जांच में पता चला कि पीड़िता की एक और दोस्त, जो बरेली की रहने वाली थी और देहरादून में स्नातक की पढ़ाई कर रही थी, को भी निशाना बनाया गया था। इस युवती ने धार्मिक साहित्य पढ़ने के बाद सुलेमान के माध्यम से दुबई और फिर पाकिस्तान में मौलवी को रुपये भेजे थे। दुबई में रहने वाले तहसीन ने युवती को समझाया कि सीधे पाकिस्तान रुपये भेजने पर शक हो सकता है, इसलिए भारत के अन्य लोगों से रकम मंगवाकर युवती के खाते में डाली गई, जिसे बाद में सुलेमान के माध्यम से दुबई भेजा गया और फिर पाकिस्तान पहुंचाया गया।
युवती ने बताया कि 2022 में वह सोशल मीडिया के माध्यम से आयशा उर्फ कृष्णा से जुड़ी, जिसने उसे धार्मिक साहित्य उपलब्ध कराया। फिर उसे कश्मीर की एक दूसरी युवती से जोड़ा गया, जिससे उसने एक ऐप के माध्यम से धार्मिक ज्ञान लिया। इसी दौरान वह रमजान में कश्मीर भी गई, जहां उसका संपर्क स्थानीय युवकों से हुआ। इसके बाद वह इंस्टाग्राम पर एक धार्मिक ग्रुप से जुड़ गई, जहां से उसका संपर्क पाकिस्तान, दुबई और यूके के लोगों से हुआ।
पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और अब इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की कड़ियां जोड़कर आगे की जांच की जा रही है। एसएसपी ने कहा कि धर्मांतरण के इस गिरोह की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और जल्द ही इसमें शामिल अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
