हल्द्वानी। हीरा विहार कैनल रोड मल्ला गोरखपुर तिकोनिया में कुमाऊं मंडल विकास निगम के मैदान में सियार के आतंक से स्थानीय जनता त्रस्त है। बड़ी-बड़ी झाड़ियों और पेड़ों से भरे इस मैदान में सियार का बसेरा है, जो रात को चिल्लाकर लोगों की नींद हराम कर देते हैं। स्थानीय समाजसेवी हेमंत गोनिया ने इस समस्या के समाधान के लिए शासन स्तर पर उच्च अधिकारियों, सांसद, विधायक, मेयर, सिटी मजिस्ट्रेट, डीएफओ, कंजरवेटर, उप जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत के बाद अधिकारियों ने कई बार मौके पर पहुंचकर जेसीबी चलाकर खानापूर्ति की है, लेकिन समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो पाया है। नगर निगम की टीम और अधिकारी भी मौके का मुआयना कर चुके हैं, लेकिन पिंजरा लगाने की कार्रवाई अधर में लटकी हुई है।
4 फरवरी 2025 को वन विभाग की टीम पिंजरा लेकर मौके पर पहुंची, लेकिन पिंजरा लगाने की बजाय उन्होंने अजीबोगरीब शर्त रख दी। टीम ने कहा कि पिंजरे की रखवाली स्थानीय लोगों को करनी होगी और अगर यह चोरी हुआ तो इसके पैसे भी उन्हीं को भरने होंगे। इस शर्त पर किसी ने हस्ताक्षर नहीं किए और वन विभाग की टीम पिंजरा लेकर वापस लौट गई।
स्थानीय समाजसेवी हेमंत गोनिया ने बताया कि रेंजर आनंद कुमार उनसे शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला बिल्कुल सत्य है और जनता को सियार के आतंक से मुक्ति मिलनी चाहिए। उन्होंने रेंजर आनंद कुमार से मामले की जानकारी लेने और पिंजरा लगाने में मदद करने का आग्रह किया है।
स्थानीय जनता का आरोप है कि वन विभाग इस मामले में लापरवाही बरत रहा है और उनकी समस्याओं का समाधान करने में विफल रहा है। उन्होंने कहा कि सियार के आतंक से उनका जीना मुश्किल हो गया है और वे रात को चैन से सो नहीं पाते हैं। उन्होंने वन विभाग से जल्द से जल्द पिंजरा लगाने और सियार के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग की है।
इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों का कोई बयान सामने नहीं आया है।
